गल्खा देवी मंदिर से लगभग आठ किलोमीटर की दूरी पर स्थित मंडावर के महल को रानी विक्टोरिया द्वारा सन् 1850 में बनवाकर तैयार करवाया गया था। यह महल उन्होंने मुंशी मजहर अली के काम से खुश होकर बनवाया था, जो रानी विक्टोरिया को उर्दू तथा फारसी भाषा का ज्ञान दिया करते थे।