16वीं शताब्दी में गोहड किले को जाट राजा महासिंह ने निर्माण करवाया था। यह किला थोड़ा सा क्षतिग्रस्त भी हो गया है, लेकिन इस किले के एक महल के अंदर बहुत से सरकारी कार्यालय भी बने हुए हैं। इस किले के कछरी महल की दिवारों पर सुन्दर नक्काशी का नमूना देखने को मिलता है, जिस पर ईरानी कला की बेहतरीन पेशकश की गई है। इस किले पर बहुत ही आसानी से बस तथा अपने निजी वाहन द्वारा पहुंच सकते हैं।