सन् 1775 ई. में बजरंगढ़ किले को मराठों द्वारा स्थापित करवाया गया था। यह किला गुना से लगभग 8 किमी. की दूरी पर गुना-अरोन रोड पर स्थित है। इस किले के परिसर में एक तोपखाना है जिसके निकट ही एक सीढ़ीनुमा तालाब है। इस तालाब के बारे में यह माना जाता है कि यहां मराठे अपने घोड़ों को पानी पिलाया करते थे। किले के अंदर ही मोती महल, रंग महल तथा एक हनुमान मंदिर भी है। हनुमान जी के इस मंदिर में स्थानीय निवासी अक्सर पूजा के लिए आते हैं।