
नई दिल्ली रफ्तार डेस्क: उदयपुर राजस्थान का सबसे प्रतीकात्मक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। उदयपुर जिसे झीलों का शहर भी कहा जाता है। उदयपुर में घूमने की बहुत सी खूबसूरत जगहें है। जहां आप परिवार या दोस्तों संग अपने जीवन के कुछ यादगार पल बिता सकते हैं उदयपुर की खूबसूरती की वजह से उदयपुर को कई नामों से भी जाना जाता है। जैसे उदयपुर को कई लोग झीलों का शहर कहते हैं तो इसे कई लोग पूर्व का वेनिस भी कहते हैं। इसके अलावा उदयपुर में कई प्रसिद्ध धार्मिक स्थल भी है। जिन्हे देखकर आप उनकी भक्ति में लीन भी हो सकते हैं। अगर आप परिवार या दोस्तों के साथ कहीं घूमने का प्लान कर रहे हैं। और आप ऐतिहासिक धरोहर और धार्मिक चीजों का आनंद लेना चाहते हैं। तो आप उदयपुर का प्लान कर सकते हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल में पांच ऐसे खूबसूरत जगहों के बारे में बताएंगे। जिनकी खुबसूरती आप अपने कैमरे में कैद कर सकते है।
उदयपुर का सिटी पैलेस बहुत ही खूबसूरत पर्यटक स्थल है। उदयपुर आने वाले पर्यटकों के लिए ये जगह उनकी लिस्ट में पहले स्थान पर होती है। सिटी पैलेस का निर्माण 1559 में महाराणा उदयपुर मिर्जा सिंह ने करवाया था। ये पिछोला झील के किनारे स्थित है। और इसकी वास्तुकला में यूरोपीय मध्यकालीन और चीनी सैलानियों का मिश्रण है। सिटी पैलेस में 11 शानदार महल है और इन सभी का निर्माण विभिन्न अवधियों और विभिन्न शासको द्वारा कराया गया था।
लेक पैलेस पहले से ही पर्यटकों की सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है। यह महल पिछोला झील के बीचो-बीच द्विप पर स्थित है। लेक पैलेस को चार एकड़ में बनाया गया है। सन 1743 में महाराणा प्रताप जगत सिंह ने इसे एक महल के रूप में बनाया था। परंतु आज यह एक महल फाइव स्टार होटल की तरह दिखने लगा है। इसे राजा ने गर्मियों के मौसम में झीलों के बीच शीतलता प्रदान हेतु अपने ठहरने के लिए बनवाया था। इसलिए कुछ लोग इसे ग्रीष्मकालीन निवास के नाम जग या जन नाम से भी जानते हैं। यह लेक झील देखने में बहुत खूबसूरत दिखती है। यहां कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है।
उदयपुर की हल्दीघाटी के बारे में हम हमेशा से किताबों में पढ़ने आए हैं यहां कर सदियों पहले महाराणा प्रताप और मुगल शासक अकबर के बीच से बड़ा युद्ध हुआ था। महाराणा प्रताप का मशहूर घोड़ा चेतक यहीं मारा गया था। इसलिए हल्दीघाटी में चेतन की समाधि भी बनाई गई है। हल्दीघाटी का एक ऐतिहासिक स्थल है। यह स्थान उदयपुर से लगभग 40 किलोमीटर दूर है। यहां की मिट्टी हल्दी की भांति पीली है। इसलिए इसका नाम हल्दीघाटी रखा गया है।
यह बहुत बड़ा और सुंदर महल है। बड़ा महल एक विशाल प्राकृतिक 90 फीट ऊंची चट्टान पर बना हुआ है इस महल का निर्माण 17वीं शताब्दी में हुआ था। यह महल सिटी पैलेस से में ही पुरुषों के लिए बनाया गया था। महल का निर्माण राजपूत और मुगल शैली के हिसाब से बना हुआ है। बड़ा महल में शानदार बगीचे सुंदर छत कई देखने लायक पानी के फब्बारे भी हैं। महल के अंदर यह स्तंभों पर की गई सुंदर पत्ती वाली आकृति वाकई देखने में खूबसूरत और आकर्षक लगती है।
उदयपुर का इकलिंगज़ी मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। जो उदयपुर से 22 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसकी अद्भुत वास्तुकला पपर्यटको अचंभित कर देगी। इस मंदिर का निर्माण बप्पा रावल ने 734 ईस्वी में बनाया था। यही कारण है कि यह पर्यटक स्थलों में अव्वल दर्जे पर आता है। यह दो मंजिला मंदिर है जिसकी छत को पिरामिड का आकार दिया गया है। मंदिर के बरामदे में घुसते ही आपको चांदी से बनी सुंदर नदी की प्रतिमा देखने को मिलेगी। अंदर भी दो प्रतिमाएं मिलेगी। जिनमें एक काले पत्थर की बनी है और दूसरी पीतल की, मंदिर में शिवजी की चतुर्मुखी मूर्ति है। जिसे काले पत्थर से बनाया गया है। जिसकी लंबाई 50 फीट ऊंची है।