
नई दिल्ली,रफ्तार डेस्क: भारत विविधताओं से भरा देश है। यहां तमाम भाषा संस्कृतियों और मान्यताएं देखने सुनने को मिल जाएंगी। इसके साथ ही भारत में कुछ ऐसी रहस्यमयी जगहें है जो अपने रहस्यों के कारण दुनियाभर में खूब फेमस है। वैज्ञानिक भी इन जगहों के रहस्य को आज तक सुलझा नहीं पाए है। यहां हम आपको कुछ ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहां ऐसा माना जाता है कि अगर आपको कोई भी बीमारी है तो आप यहां स्नान करके उन सभी बीमारियों को खत्म कर सकते हैं। वहीं लंबे समय तक चली आ रही विकार भी ठीक हो जाएगा।
भीमकुंड मध्य प्रदेश के छतरपुर में है। यह गुफा दिखने में साधारण है लेकिन काफी रहस्यमई जगह है। ऐसा माना जाता है कि यह भीमकुंड महाभारत के समय का है। हालांकि यह कितना गहरा है इसके बारे में आज तक कोई जान नहीं पाया है। स्थानीय लोगों का मानना है कि भीमकुंड में लगाई गई एक डुबकी हेल्थ में सुधार कर सकती है। और पुराने से पुराने रोग को समाप्त कर सकती है।
उत्तराखंड के गंगोत्री रोड पर गंगा नई नाम का छोटा सा गांव है। यहां आने वाले श्रद्धालु यहां बने गर्म पानी के सोते में डुबकी लगाते हैं। ज्यादातर लोगों का मानना है कि यहां स्नान करने करके उनके कई शारीरिक विकार भी दूर हो गए हैं। भारी संख्या में लोग यहां रोजाना पहुंचते है।
मणिमहेश कैलाश पर्वत पर स्थित है। यह जगह हिमाचल प्रदेश में है। यहां एक खूबसूरत सुंदर झील बनी है। जहां हजारों लोग दूर दराज इलाकों से डुबकी लगाने हर साल आते हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि यहां का पानी मांसपेशियों को तो मजबूत करता है। साथ ही शारीरिक घाव को ठीक करता है। पीड़ित व्याक्ति यहां से ठीक होकर ही जाता है।
राजस्थान में स्थित पुष्कर दुनियाभर में प्रसिद्ध है। वैसे तो पुष्कर अपनी ऊंट के मेले के आयोजन के रूप में ज्यादा जाना जाता है। यहां एकमात्र ब्रह्मा जी का मंदिर भी है। आपको बता दें कि पुष्कर का जिक्र रामायण जैसे धार्मिक ग्रंथो में भी मिलता है। प्राचीन काल से ही यहां के लोगों का मानना है कि इस पवित्र झील में डुबकी लगाने से शरीर अधिक बीमारियों से निजात मिलती है लोगों का यह भी मानना है कि यहां स्नान करने से कैंसर और अन्य घातक रोग ठीक हो जाते है।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में गुजरी पहूज़ नदी काफी प्रसिद्ध है यह उन्नाव के बालाजी मंदिर के पास है। इस नदी की पीली वा कांकरीली मिट्टी बहुत ही फलदाई मानी जाती है। प्राचीन काल से लोगों का मानना है कि अगर किसी को चर्म रोग है तो वह इस नदी की मिट्टी लगाकर या यहां स्नान करके चर्म रोग से छुटकारा पा सकता है। आपको बताते हैं यहां हर रविवार को मिला भी लगता है।