वर्मी कंपोस्ट खाद बनने के बाद रायपुर में होती है जांच
वर्मी कंपोस्ट खाद बनने के बाद रायपुर में होती है जांच

वर्मी कंपोस्ट खाद बनने के बाद रायपुर में होती है जांच

गोबर में मिलावट की कोई आशंका नहीं जिले के 104 गोठान में हो रही गोबर की खरीदी धमतरी, 30 जुलाई ( हि. स.)।गोधन न्याय योजना के तहत जिले के 104 गोठानों पर गोबर की खरीदी शुरू हो गई है। वही योजना शुरू होने से पहले रूर्बन मिशन के गांवों में वर्मी कंपोस्ट खाद बनाना पहले से जारी है। वर्मी कंपोस्ट खाद निर्माण के बाद इसे जांच के लिए रायपुर भेजा जाता है, ऐसे में गोबर में मिलावट की आशंका कम है। यदि कोई मिलाता भी है, तो जांच के दौरान पकड़ में आ जाएगा। जिले में शासन के महत्वपूर्ण योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी के तहत 248 गोठान निर्माण की स्वीकृति शासन से मिली है। धमतरी, कुरूद, नगरी और मगरलोड ब्लाक में अब तक 130 गोठान पूर्ण हो चुका है, जहां मवेशियों को रखा जा रहा है। वहीं जिला प्रशासन ने जिले के 138 गांवों में गोठान समिति गठित कर लिया है। इन समितियों को शासन से प्रतिमाह 10000 रुपये जनवरी माह से मिलता है। उप संचालक कृषि जीएस कौशल से मिली जानकारी के अनुसार जिले के 104 गांवों में गोबर की खरीदी शुरू हो गई है। धमतरी के 28 गोठान में, कुरूद के 40 गोठान, मगरलोड के 15 और नगरी के 22 गोठानों में गोबर खरीदा जा रहा है। चारों गोठानों में अब तक 2975 क्विंटल 48 किलो गोबर की खरीदी हो गई है। 200 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट खाद की बिक्री जनपद पंचायत धमतरी के सीईओ अमित दुबे ने बताया कि धमतरी ब्लाक के 14 रूर्बन गांवों में पहले से गोठान निर्मित है। यहां एकत्र गोबर से समूह की महिलाएं व गोठान समिति के सदस्य वर्मी कंपोस्ट खाद बना रहे हैं। ग्राम खरतुली, लोहरसी, परसतराई, हंचलपुर, पोटियाडीह, मुजगहन आदि गांवों के गोठानों में वर्मी कंपोस्ट खाद बनाया जा रहा है। सबसे ज्यादा खाद हंचलपुर के गोठान में निर्मित होती है। इन गोठानों में खाद बनने के बाद यह जांच के लिए रायपुर कृषि विभाग भेजा जाता है। जांच के पश्चात यह खाद आठ रूपये किलो में बिकता है। अब तक धमतरी ब्लाक में करीब 200 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट खाद की खरीदी उद्यानिकी विभाग ने की है। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन-hindusthansamachar.in

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