जामिया हुआ अत्याधुनिक ओवरहेड स्कैनिंग डिवाइस से लैस
जामिया हुआ अत्याधुनिक ओवरहेड स्कैनिंग डिवाइस से लैस

जामिया हुआ अत्याधुनिक ओवरहेड स्कैनिंग डिवाइस से लैस

- इस सुविधा से लैस होने वाला देश का पहला केन्द्रीय विश्वविद्यालय बना जामिया मिल्लिया इस्लामिया सुशील बघेल नई दिल्ली, 01 जून (हि.स.)। जामिया मिल्लिया इस्लामिया की डॉ. जाकिर हुसैन लाइब्रेरी में अत्याधुनिक ओवरहेड स्कैनिंग डिवाइस स्थापित होने से वह इस सुविधा से लैस होने वाला देश का पहला विश्वविद्यालय बन गया है। फ्रांस में निर्मित यह अत्याधुनिक स्कैनर अभी तक दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालय के पुस्तकालयों तक ही सीमित था। यह स्कैनर एक पेज को स्कैन करने में एक सेकेंड से भी कम का समय लेता है। अब जामिया को अपने 100 साल के इतिहास से जुड़े तमाम दस्तावेजों और अन्य पुस्तकों और जर्नल को डिजिटल करने में आसानी होगी। जामिया के जनसंपर्क अधिकारी एवं मीडिया समन्वयक अहमद अज़ीम ने सोमवार को बताया कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया की डॉ ज़ाकिर हुसैन लाइब्रेरी ने ऑनलाइन टीचिंग-लर्निंग-रिसर्च को बढ़ावा देने की सुविधाओं को और अधिक उन्नत बनाने के लिए अपनी अत्यंत महत्वाकांक्षी डिजिटलीकरण इकाई को अत्याधुनिक ओवरहेड स्कैनिंग डिवाइस से लैस किया है। इस डिवाइस के आ जाने से कला, इतिहास और संस्कृति के साथ ही विश्वविद्यालय की दुर्लभ पांडुलिपियों एवं अभिलेखीय महत्व के दस्तावेजों के संरक्षण में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इन अति महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक दस्तवेजों के डिजिटल संरक्षण से हमारे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विद्वानों की इन संसाधनों तक पहुंच आसान होने के साथ ही अकादमिक अनुसंधान का दायरा भी बढ़ेगा। फ्रांस में निर्मित यह तेज़ रफ्तार वाला स्कैनर एक पेज को एक सेकंड से भी कम समय में स्कैन करने की क्षमता रखता है। इसे भारत के राष्ट्रीय अभिलेखागार, केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय की वित्तीय मदद से अर्जित किया गया है। उल्लेखनीय है कि यह अत्याधुनिक स्कैनर दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों के पुस्तकालयों जैसे जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय, पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय, सेंट्रल फ्लोरिडा विश्वविद्यालय, द ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ जेनेवा, फ्रांस के राष्ट्रीय पुस्तकालय, जर्मनी के हेगन विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी, मैक गिल यूनिवर्सिटी, क्लीवलैंड आर्ट म्यूजि़्यम और फिनलैंड के राष्ट्रीय पुस्तकालय आदि में भी स्थापित है। प्रवक्ता ने कहा कि इस स्कैनर में रियल टाइम कलर प्रीव्यू, ऑटोमैटिक ग्लास ओपनिंग, इलेक्ट्रिकल फ्लैट और वी-शेप्ड बुक क्रैडल, एलईडी कोल्ड लाइटिंग, ऑटोमैटिक क्रॉपिंग, ऑटोमैटिक कर्वेचर करेक्शन जैसे फीचर हैं। भारत के केंद्रीय विश्वविद्यालयों में डॉ. ज़ाकिर हुसैन लाइब्रेरी पहली है, जिसके पास ऐसी आधुनिक और कुशल डिजिटलीकरण इकाई है। इस इकाई के स्थापित होने से बड़े पैमाने पर ऐतिहासिक पांडुलिपियों, दुर्लभ पुस्तकों, पुराने धारावाहिकों, अरबी, फ़ारसी, उर्दू और अंग्रेजी भाषाओं में अभिलेखीय अखबारों के चरणबद्ध डिजिटलीकरण करने की योजना है। इन सदियों पुराने दस्तावेजों को डिजिटलाइज़ करने के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। लाइब्रेरी, अभिलेखीय महत्व के जामिया के इतिहास से जुड़े फोटोग्राफ, विश्वविद्यालय के संस्थापकों और इसकी स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान करने वाले, महात्मा गांधी, हकीम अजमल खान और डॉ. ज़ाकिर हुसैन आदि के प्राइवेट पेपर्स को डिजिटाइज़ करने का भी इरादा है। साथ ही, विश्वविद्यालय के 100 साल के इतिहास से जुड़े पुराने जर्नल्स, मैगज़ीन और न्यूज़ क्लिप्स को डिजिटाइज़ किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि मौजूदा लॉकडाउन के दौरान जामिया की सेंट्रल लाइब्रेरी अपने उपयोगकर्ताओं को उनके घरों और अन्य दूरस्थ स्थानों से, बड़े पैमाने पर अपने ई-संसाधनों तक पहुंच मुहैया करा रही है। हिन्दुस्थान समाचार-hindusthansamachar.in

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