छत्तीसगढ़ के सभी उपचार केंद्रों में लागू हो प्लाज़्मा थेरेपी : अमित जोगी
स्वास्थ्य मंत्री का प्लाज़्मा थेरपी पर बयान ग़लत आईसीएमआर के शोध ने प्लाज़्मा थेरपी को प्रतिबंधित करने की जगह उसके फ़ायदे गिनाए हैं रायपुर, 14 सितंबर (हि.स.)। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के अध्यक्ष अमित अजीत जोगी ने सोमवार को ट्वीट करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य मंत्री टीएससिंह देव का बयान कि आईसीएमआर ने प्लाज़्मा थेरपी की अनुमति नहीं दी है, समझ से परे है। कोरोनाकाल के प्रारम्भिक दौर में मध्यम रूप से ग्रसित कोविड-19 मरीज़ों में किया गया शोध अंग्रेज़ी भाषा में प्रकाशित हुआ है, जिसकी छत्तीसगढ़ में उनसे बेहतर किसी दूसरे को जानकारी नहीं है। अमित जोगी ने जानकारी दी कि आईसीएमआर के इस शोध के अनुसार प्लाज़्मा थेरेपी में और सामान्य उपचार वाले मरीज़ों में रिकवरी रेट (85-86%) में कोई विशेष अंतर नहीं है। शोध में उल्टा यह कहा गया है कि “प्लाज्मा थेरेपी की कोई प्रतिकूल प्रतिक्रिया नहीं है और इससे मरीज़ों को थकान और सांस की तकलीफ को कम करने में राहत मिलने के प्रमाण मिले हैं। अमित जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के कोरोना मरीज़ों को इस उपचार से वंचित रखना बिल्कुल भी तर्क संगत नहीं है। विशेषकर जब प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता का भी प्लाज़्मा से ही इलाज चल रहा है। जोगी ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूँ कि स्वास्थ्य मंत्री प्लाज्मा थेरेपी पर अपना रुख़ बदलेंगे और इसे छत्तीसगढ़ के सभी उपचार केंद्रों में लागू करने का तत्काल आदेश जारी करने की कृपा करेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/चंद्रनारायण शुक्ल-hindusthansamachar.in