खजूर तोड़ने को लेकर कचिया छीनाझपटी में 12 वर्षीय बालक का गला कटा, गई जान
खजूर तोड़ने को लेकर कचिया छीनाझपटी में 12 वर्षीय बालक का गला कटा, गई जान

खजूर तोड़ने को लेकर कचिया छीनाझपटी में 12 वर्षीय बालक का गला कटा, गई जान

दुमका, 12 जून (हि.स.)। कभी-कभी बच्चों की जिद भी उनकी जान की दुश्मन बन जाती है। शुक्रवार को रामगढ़ प्रखंड के महुबना ठाड़ी गांव में खजूर तोड़ने के लिए तालाब पर गए दोस्तों में कचिया को छीनने को लेकर छीनाझपटी में 12 वर्षीय तरूण दास का गला कट गया। दुमका मेडिकल कालेज पहुंचने से पहले रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। जानकारी के अनुसार तरूण अपने कई दोस्तों के साथ बांस में लगी कचिया को लेकर गांव के तालाब के पास खजूर तोड़ने गया था। वहां पर सभी दोस्त खजूर तोड़ने के लिए कचिया की छीना झपटी करने लगे। छीनने के दौरान तरूण के गले पर कचिया लग गई और उसका आधे से ज्यादा गला कट गया। तरूण वहीं पर पेड़ के पास गिर गया। खून निकलते देख सभी साथी शोर मचाते हुए भाग गए और परिजन को इसकी सूचना दी। तरूण के परिजन मौके पर पहुंच गंभीर अवसथा में उसे घर उठाकर लाये। पहले तो परिजन एवं ग्रामीणों को लगा कि हल्का सा गला कटा है। लेकिन जब खून बहना बंद नहीं हुआ तो परिजन इलाज के लिए उसे मेडिकल कालेज ला रहे थे। अधिक खून बह जाने के कारण रास्ते में उसकी मौत हो गई। अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन शव लेकर घर लौट आए। बेटे के मौत की खबर सुनकर मां मीना देवी व पिता राजकुमार दास का रो-रोकर बुरा हाल था। पिता ने बताया कि तरूण काफी आज्ञाकारी बच्चा था। वह मध्य विद्यालय महुबना में सातवीं में पढ़ता था। तरूण की दो बड़ी बहन हैं उनकी शादी हो चुकी है। वह घर का इकलौता चिराग था। बालक की दर्दनाक मौत पर ठाड़ी गांव के हर किसी की आंख नम थी। देर शाम तक पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी गई थी। हिन्दुस्थान समाचार /नीरज/ सबा एकबाल-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in