नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2023, को देश का आम बजट पेश किया। इस बजट में निर्मला सीतारमण ने देश में नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी खोलने की घोषणा की है। लाइब्रेरी यानी पुस्तकालय का नाम तो आप सब ने सुना होगा। स्कूल से लेकर कॉलेज तक आप लाइब्रेरी का भरपूर प्रयोग किया होगा, पर डिजिटल लाइब्रेरी के बारे में बहुत कम सुना होगा। आइये जानते हैं डिजिटल लाइब्रेरी के बारे में विस्तार से।।
डिजिटल लाइब्रेरी एक ऐसी लाइब्रेरी होती है, जहां पुस्तकों का संग्रह करने के लिए डिजिटल या इलेक्ट्रॉनिक तरीके का प्रयोग किया जाता है। डिजिटल लाइब्रेरी का प्रयोग इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों एवं कंप्यूटर के माध्यम से किया जाता है।डिजिटल लाइब्रेरी को ऑनलाइन लाइब्रेरी, इंटरनेट लाइब्रेरी, डिजिटल रिपॉजिटरी, या डिजिटल संग्रह के रूप में भी जाना जाता है। यह डिजिटल वस्तुओं का एक ऑनलाइन डेटाबेस है, जिसमें टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो, वीडियो, डिजिटल दस्तावेज के रूप में पुस्तकें शामिल हो सकती हैं।
कैसे हुई थी डिजिटल लाइब्रेरी की शुरुआत
डिजिटल पुस्तकालयों में, दस्तावेजों को एक व्यवस्थित इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में और इंटरनेट या सीडी-रोम डिस्क के माध्यम से संग्रहीत किया जाता है। डिजिटल पुस्तकालय कि शुरुआत 1994 में हुई थी। डिजिटल लाइब्रेरी शब्द को पहली बार नासा डिजिटल लाइब्रेरी द्वारा इस्तेमाल किया गया था। अमेरिकी लेखक माइकल स्टर्न हार्ट डिजिटल लाइब्रेरी की पहली परियोजना के संस्थापक हैं।
भारत में कहां- कहां हैं डिजिटल लाइब्रेरी
· भारतीय राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय, आईआईटी खड़गपुर
· पारंपरिक ज्ञान डिजिटल लाइब्रेरी स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार
· इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, डिजिटल लाइब्रेरी, नई दिल्ली