UCC: शादी से लेकर संपत्ति के बंटवारे तक बदल जाएंगे नियम, जानें समान नागरिक कानून से होंगे क्या-क्या बदलाव?

समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) एक न्यायिक प्रणाली है जिसका उद्देश्य भारतीय संविधान के तहत सभी नागरिकों के लिए एक समान नागरिक कानून लागू करना है।
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नई दिल्ली रफ्तार न्यूज डेस्क। समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) पर देश में लगातार बहस चल रही है। इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी के बयान के बाद से राजनीति गलियारे में इस पर चर्चा तेज हो गई है। आइए आपको बताते हैं कि क्या है समान नागरिक संहिता और इसके लागू होने से कौन से नियम बदल जाएंगे।

क्या है समान नागरिक संहिता?

समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) एक न्यायिक प्रणाली है जिसका उद्देश्य भारतीय संविधान के तहत सभी नागरिकों के लिए एक समान नागरिक कानून करना है। इसका मतलब है कि एक ही कानून तथा संविधानिक प्रावधानों का प्रयोग सभी नागरिकों के लिए अनिवार्य रूप से होगा, अनुशासन के अधीन होगा और उन्हें धर्म, जाति, लिंग या सामुदायिकता के आधार पर अलग-थलग नहीं किया जाएगा।

इसके लागू होने से क्या होगा बदलाव?

समान नागरिक संहिता के लागू होने से कई बदलाव आ सकते हैं। देखें कुछ महत्वपूर्ण बदलाव-

विवाह और तलाक: विवाह और तलाक पर समान नियम लागू होंगे और धार्मिक समुदाय के नियमों को परित्याग कर दिया जाएगा। एक समान विवाह और तलाक कानून लागू होने से वैवाहिक अधिकार, निपटान, प्रॉपर्टी और नागरिकता संबंधी मुद्दों पर सभी नागरिकों को समान अधिकार और जिम्मेदारी होगी।

धर्म संबंधित विवाद: समान नागरिक संहिता के अनुसार, धार्मिक समुदायों के आधार पर विवादों को सुलझाने के लिए एक समान न्यायिक प्रक्रिया होगी। इससे सभी नागरिकों को धर्म से संबंधित विवादों का न्यायिक समाधान सरल और समान होगा।

संपत्ति का बटवारा: समान नागरिक संहिता के तहत, मृतक की संपत्ति का वितरण एक सामान्य नियमों के अनुसार होगा, अपने धर्मिक समुदाय के नियमों के आधार पर नहीं। यह सभी नागरिकों को समान अधिकार और सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।

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