प्रदेश के एकांतवास केन्द्रों की बदहाली पर उत्तराखंड कांग्रेस ने उठाए सवाल
प्रदेश के एकांतवास केन्द्रों की बदहाली पर उत्तराखंड कांग्रेस ने उठाए सवाल

प्रदेश के एकांतवास केन्द्रों की बदहाली पर उत्तराखंड कांग्रेस ने उठाए सवाल

देहरादून, 12 जून (हि.स.)। उत्तराखंड कांग्रेस ने त्रिवेंद्र सरकार पर एक बार फिर से एकांतवास केन्द्र की बदहाली और बदइंतजामी को लेकर सवाल उठाया है। कांग्रेस का कहना है महामारी की रोकथाम में विफल सरकार को लोगों के जीवन की चिंता नही हैं। आएदिन इन केन्द्रों पर लोगों की मौत की घटनाएं घट रही हैं फिर भी सरकार चैन की नींद सो रही है। कांग्रेस प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत एवं महामंत्री राजेन्द्र शाह ने एक संयुक्त बयान में सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्यभर के विभिन्न जनपदों के लोगों के लिए बनाए गए ग्रामीण एकांतवास केन्द्र की व्यवस्थाएं बहुत ही खराब है। यह केन्द्र यातना और मौत का कुंआ साबित हो रहे हैं। इन केन्द्रों में बदइंतजामी के कारण आएदिन राज्यभर में मौत की घटनाएं हाेने की सूचनाएं सुनने को मिल रही हैं। ऐसे में स्थानीय प्रशासन की घोर लापरवाही तथा सरकार की संवेदानहीनता उजागर होती है। नैनाताल, चंपावत और उत्तरकाशी में बने एकांतवास केन्द्रों पर बदइंतजामी का खामियाजा लोगों को अपनी जान गंवाकर भुगतना पड़ा। उन्होंने कहा कि जीवन बचाने के लिए एकांतवास केन्द्र में मौत मिलना यह सरकार के कार्यो पर बड़ा सवाल उठाता है। प्रवासियों को साधन विहीन, वित्त विहीन तथा प्रशिक्षण विहीन ग्राम प्रधानों के जिम्मे छोड़ने का निर्णय ही गलत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह सरकार से इसे लेकर कई बार आग्रह किया है लेकिन मनमारी सरकार विपक्ष को सुनने को तैयार नही है। कांग्रेस बेस,शिविर और जिला मुख्यालयों पर प्रवासियों को एकांतवास व्यवस्था करने के पक्षधर थी। लेकिन राज्य सरकार की गांव में ही एकांतवास करने की जिद आज लोगों के जीवन पर भारी पड़ रहा है। इन केन्द्रों का कोई हाल नही लेने वाला है। राज्य के सभी एकांतवास केन्द्र में मौत की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग करते हुए जिम्मेदार अधकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है। हिन्दुस्थान समाचार/राजे-hindusthansamachar.in

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