यूक्रेन के राष्ट्रपति के एक सलाहकार ने भारत और चीन के लोगों की बौद्धिक क्षमता को कमजोर करार दिया है। इस टिप्पणी पर बवाल के बाद यूक्रेन की ओर से इस मसले पर सफाई भी दी गई है।