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Same Sex Marriage: समलैंगिक विवाह की सबसे बड़ी पैरोकार माया शर्मा के संघर्ष की दास्तान, कौन है माया शर्मा?

New Delhi: समलैंगिक विवाह की सबसे बड़ी पैरोकार राजस्थान के अजमेर से अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करने वालीं माया शर्मा जीवन के सत्तर वसंत देख चुकी हैं। वो 1960 के दशक के आखिर में बीए करने दिल्ली पहुंची थीं।

नई दिल्ली, हि.स.। समलैंगिक विवाह की सबसे बड़ी पैरोकार राजस्थान के अजमेर से अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करने वालीं माया शर्मा जीवन के सत्तर वसंत देख चुकी हैं। वो 1960 के दशक के आखिर में बीए करने दिल्ली पहुंची थीं। 1983 में उन्होंने महिलाओं के संगठन सहेली के लिए बतौर वॉलंटियर काम शुरू किया।

यहां उनकी मुलाकात कई महिलाओं से हुई, जो शादी के बंधन को तोड़कर सामाजिक नियम-कायदों के बजाय अपने हिसाब से जिन्दगी की आजादी का अनुभव करना चाहती थीं। उन्हें शुरू से ही महिलाओं के प्रति आकर्षण महसूस होता था। उन्होंने कहा- कि जब वह छोटी थीं, तब महिलाओं से उनकी बहुत गहरी दोस्ती थी। स्कूल के दौरान ही वह अपनी एक टीचर के बहुत नजदीक आ गई थीं।

दो महिला पुलिसकर्मियों की शादी से हुई प्रेरित

उन्होंने कहा कि 1988 में दो महिला पुलिसकर्मियों की शादी की खबर ने उनका हौसला बढ़ाया। माया 1991 में जारी 70 पेज की उस रिपोर्ट ('लेस दैन गे') को याद करती हैं, जिसे 'द पिंक बुक' भी कहा जाता है। यह एलजीबीटीक्यू के सफर में एक अहम पड़ाव था। इस उस समय प्रकाशित किया गया था, जब डॉक्टर एचआईवी/एड्स से ग्रस्त लोगों का इलाज करने से इनकार कर रहे थे। तब इस रिपोर्ट ने 'भारत में समलैंगिकता की मौजूदगी को खारिज करने' या 'समलैंगिकता को इलाज करने लायक बीमारी मानने' जैसे विचारों को चुनौती दी थी।

इसे 'भारत में गे और लेस्बियन लोगों पर पहला दस्तावेज' माना जाता है। इस रिपोर्ट में कई अहम मांगें उठाई गई थीं। मसलन सेक्शन 377 को खत्म करना और स्पेशल मैरिज एक्ट में संशोधन करके उसमें समलैंगिक विवाह की समानता को जगह देना। इसी दौर में माया ने 16 साल बाद अपनी शादी तोड़ी। वो कहती हैं कि वह एक दिन छोटा सा सूटकेस लेकर अपना घर छोड़कर दिल्ली में एक छोटे से स्टाफ क्वार्टर में रहने लगीं।

शादी के बाद उन्हें एक महिला से प्यार हो गया

माया ने कहा कि उन्होंने अपनी शादी तोड़ने का फैसला इसलिए लिया था, क्योंकि उन्हें लगता था कि शादी एक दमन करने वाली व्यवस्था है। वह कहती हैं कि शादी के बाद उन्हें एक महिला से प्यार हो गया। यह उनकी जिंदगी का सबसे अच्छा मुकाम है। माया की उम्र इस समय 70 साल से ऊपर हो चुकी है। वह वडोदरा में अपनी महिला पार्टनर के साथ रहती हैं।

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