सुशील मोदी ने कहा कि जिन अभ्यर्थियों ने बीएड किया एवं TET-STET पास किया, उन्हें सरकारी अध्यापक बनने के लिए BPSC के जरिए तीसरी परीक्षा पास करने को बाध्य करना न्यायपूर्ण नहीं है।