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जब भी मैं भारत का प्रतिनिधित्व करूंगी, सशस्त्र बलों के बलिदान को याद करूंगी : पैरा शटलर मानसी

नई दिल्ली, 23 मार्च (आईएएनएस)। भारत की पैरा शटलर और 2019 विश्व चैंपियन मानसी जोशी ने हाल ही में अपनी यात्रा के दौरान दिल्ली के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का दौरा किया। मानसी, जो हाल ही में महिला एकल एसएल3 श्रेणी में बीडब्ल्यूएफ पैरा-बैडमिंटन रैंकिंग में विश्व नंबर 1 बनीं, 2019 में इसके उद्घाटन के बाद से हमेशा राष्ट्रीय स्मारक का दौरा करना और देश के शहीदों को श्रद्धांजलि देना चाहती थीं। मानसी कहा, 2019 से, मैं राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का दौरा करना चाहती थीं और उन लोगों के प्रति सम्मान व्यक्त करना चाहती थीं, जिन्होंने हमारे देश की रक्षा करते हुए अपनी जान गंवाई और सर्वोच्च बलिदान दिया। आज मुझे आखिरकार अवसर मिला। यात्रा के दौरान, मानसी ने 2020 की गलवान घाटी हिंसा के दौरान अपनी जान गंवाने वाले बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी, जिसमें स्वर्गीय कर्नल संतोष बाबू भी शामिल थे, जिन्हें उनकी बहादुरी के लिए भारत के दूसरे सबसे बड़े सैन्य सम्मान महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था। मानसी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के वीरता चक्र का भी चक्कर लगाया, जिसमें छह कांस्य भित्ति चित्र शामिल हैं जो भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना द्वारा लड़े गए प्रसिद्ध युद्धों को दर्शातें हैं। लोंगेवाला की लड़ाई, गंगासागर की लड़ाई, तिथवाल की लड़ाई, लड़ाई रेजांग ला, ऑपरेशन मेघदूत और ऑपरेशन ट्राइडेंट शामिल हैं। छह भयंकर लड़ाइयों की कहानियों ने मानसी को भावुक कर दिया और उन्होंने कहा कि वह अब जब भी देश का प्रतिनिधित्व करेगी, उनके बलिदान को हमेशा याद करेंगी। मानसी ने कहा, काश मैं बचपन में और अधिक जानती और इन लड़ाइयों के बारे में अधिक जानकारी रखती। अगर मुझे बचपन में ही यह सारी जानकारी होती, तो मुझे लगता है कि मैं अपने सशस्त्र बलों के प्रति अधिक समझ और सम्मान विकसित करती। लेकिन अभी देर नहीं हुई है। इसके बाद उन्होंने आगे कहा, जब हम देश से बाहर जाते हैं तो हम तिरंगा लेकर चलते हैं, लेकिन हममें से कोई भी ऐसा नहीं कर सकता (देश के लिए अपनी जान दे)। अगली बार जब मैं देश का प्रतिनिधित्व कर रही होउंगी, तो मैं उन्हें याद रखूंगी। --आईएएनएस आरजे/एएनएम

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