नई दिल्ली, रफ्तार। बीते काफी समय से डोमेस्टिक क्रिकेट के महत्व पर चर्चा चल रही है। इसमें अब महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने भी ट्वीट कर अपनी राय रखी है। उनके अनुसार इंटरनेशनल खिलाड़ियों को डोमेस्टिक क्रिकेट खेलना चाहिए। इससे उन्हें बेसिक चीजों को सुधारने का भी मौका मिलता है। सचिन ने बताया कि उन्हें जब भी मौका मिलता था, वह मुंबई के लिए डोमेस्टिक क्रिकेट खेलना नहीं छोड़ते थे। बता दें, बीसीसीआई ने सालाना प्लेयर्स सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट में श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को बाहर किया है। दोनों खिलाड़ी बोर्ड के आदेश के बावजूद रणजी टूर्नामेंट नहीं खेल रहे थे।
मुंबई के लिए खेलने को रहता था उत्सुक : सचिन
सचिन ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पर लिखा-मुझे अपने पूरे क्रिकेट कॅरियर के दौरान जब भी डोमेस्टिक क्रिकेट में मुंबई से खेलने का मौका मिला तो मैं उसके प्रति काफी उत्सुक रहता था। एक समय मुंबई टीम में 7-8 ऐसे खिलाड़ी थे, जो भारतीय टीम की ओर से भी खेल रहे थे। इंटरनेशनल क्रिकेट में खेलने वाले खिलाड़ी जब घरेलू क्रिकेट में खेलते हैं तो उसे वहां मौजूद युवा खिलाड़ियों की क्वालिटी बेहतर होने के साथ नई प्रतिभा की भी पहचान होती है। उन्हें इस खेल से जुड़ी कभी-कभी बेसिक चीजों के बारे में भी जानने का मौका मिलता है।
घरेलू क्रिकेट को प्राथमिकता देना सराहनीय
सचिन ने डोमेस्टिक क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए भारतीय बोर्ड की भी तारीफ की। उन्होंने लिखा कि घरेलू क्रिकेट में बड़े खिलाड़ियों के खेलने से फैंस भी अपनी टीमों का उत्साह बढ़ाने के साथ उन्हें अधिक फॉलो करना शुरू करेंगे। यह काफी अच्छी बात है कि BCCI घरेलू क्रिकेट को प्राथमिकता दे रहा है।
मुंबई टीम को दी बधाई
रणजी ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल मैच में मुंबई ने तमिलनाडु के खिलाफ 70 रनों से जीत हासिल कर फाइनल में जगह पक्का कर ली है। सचिन ने मुंबई टीम को बधाई दी। लिखा-मुंबई टीम ने शानदार तरीके से मुकाबले में वापसी कर फाइनल में अपनी जगह को पक्का की।
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