मैंने ऑस्ट्रेलियाई दौरे की तैयारी शुरू कर दी है : कुलदीप यादव
मैंने ऑस्ट्रेलियाई दौरे की तैयारी शुरू कर दी है : कुलदीप यादव

मैंने ऑस्ट्रेलियाई दौरे की तैयारी शुरू कर दी है : कुलदीप यादव

नई दिल्ली, 03 जुलाई (हि.स.)। भारतीय क्रिकेट टीम के स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव ने कहा है कि उन्होंने साल के अंत में होने वाले ऑस्ट्रेलियाई दौरे की तैयारी शुरू कर दी है। भारत अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टी-20 मैचों की श्रृंखला खेलेगा, इसके बाद दोनों देशों के बीच दिसंबर-जनवरी में चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेली जाएगी जहां भारतीय टीम बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का बचाव करने मैदान में उतरेगी। इस श्रृंखला के बाद दोनों टीमें तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में एक-दूसरे से भिड़ेंगी। कुलदीप ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो क्रिकेटबाजी के तीसरे एपिसोड में दीप दासगुप्ता से बात करते हुए कहा कि कभी-कभी ब्रेक लेने से मन को तरोताजा करने में मदद मिलती है। अब हमारे पास तीन-चार महीने का समय है, इसलिए जब हम फिर से शुरुआत करेंगे तो यह एक नई पारी की तरह एक नई शुरुआत होगी। उन्होंने कहा," मुझे लगता है कि यह अपने आप को आगे बढ़ाने का समय है क्योंकि बहुत से लोग अभ्यास नहीं कर पा रहे हैं। इससे मुझे बढ़त मिल सकती है। एक ब्रेक बहुत महत्वपूर्ण है।" उन्होंने कहा, "आप अपनी गेंदबाजी की योजना के बारे में पिछले वर्ष में जो कुछ भी हुआ उससे सीखते हैं। आपको हर बार समय बिताने और एक योजना के साथ आने की जरूरत है। मैंने ऑस्ट्रेलिया दौरे (इस साल के अंत में) की तैयारी शुरू कर दी है, ताकि मैं वहां जाऊं और बढियां प्रदर्शन कर सकूं।" कुलदीप ने कहा,"अगर आप नियमित रूप से खेल रहे होते हैं, तो आपका आत्मविश्वास ऊंचा होता है। यदि नहीं, तो आप हमेशा उन अवसरों पर प्रदर्शन करने के लिए दबाव में रहते हैं, जहां आप अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहते हैं।" कुलदीप ने कहा, '' उनकी गेंदबाजी में तेजी की कमी के कारण बल्लेबाजों के लिए उन्हें खेलना आसान हो गया है।" उन्होंने कहा, "भारत में पिचें आमतौर पर धीमी होती हैं, इसलिए आपको थोड़ी तेज गेंदबाजी करनी होती है और ठीक यही आप ऑस्ट्रेलिया या दक्षिण अफ्रीका में करते हैं तो गेंद बेहतर रिलीज होती है।" उन्होंने कहा,"मैंने इसके लिए भी अभ्यास करना शुरू कर दिया है। ऐसा करने का सबसे अच्छा तरीका मिट्टी की पिचों पर गेंदबाजी करना है, क्योंकि गेंद आम तौर पर सतह पर पड़ने के बाद धीमी होती है। अगर आप टर्फ विकेट पर उसी गति से गेंदबाजी करते हैं, तो यह बल्लेबाज को परेशानी में डाल देता है।" कुलदीप ने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को याद करते हुए कहा कि मैदान पर धोनी की कमी उन्हें खलती है जो विकेट के पीछे से काफी मददगार साबित होते थे। उन्होंने कहा, "मैने जब करियर की शुरुआत की तो मैं पिच को भांप नहीं पाता था। धोनी के साथ खेलने के बाद मैने वह सीखा। वह बताते थे कि गेंद को कहां स्पिन कराना है। वह फील्ड जमाने में भी माहिर है। उन्हें पता होता था कि बल्लेबाज कहां शॉट खेलेगा और उसी के हिसाब से फील्ड लगाते थे।" उन्होंने कहा, ‘इससे मुझे अधिक आत्मविश्वास के साथ गेंदबाजी में मदद मिली। जब से वह वनडे क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं, यह भी चला गया।’ जब कुलदीप से पूछा गया कि कौन से ऐसे बल्लेबाज हैं, जिनके खिलाफ गेंदबाजी करना उन्हें कठिन लगता है, कुलदीप ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ और दक्षिण अफ्रीका के एबी डीविलियर्स ऐसे दो बल्लेबाज हैं जिनके बल्ले पर अंकुश लगाना सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण है। कुलदीप ने कहा कि दोनों बल्लेबाजों में अनूठी क्षमताएं हैं। उन्होंने कहा, ‘स्मिथ ज्यादातर बैकफुट पर खेलते हैं और काफी देर से भी खेलते हैं लिहाजा उन्हें गेंद डालना चुनौतीपूर्ण होता है,वहीं डीविलियर्स बेहतरीन खिलाड़ी हैं। उनका अलग ही अंदाज है। अब वह खेल को अलविदा कह चुके हैं जो अच्छी बात है। इनके अलावा मुझे और किसी बल्लेबाज से उतना डर नहीं लगा।’ कुलदीप ने भारत के लिए 6 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 24 विकेट लिए हैं।वहीं, उन्होंने 60 एकदिवसीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है,जिसमें उन्होंने 104 विकेट लिये हैं,जबकि 21 टी-20 मैचों में उन्होंने 39 विकेट हासिल किए हैं। हिन्दुस्थान समाचार/सुनील-hindusthansamachar.in

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