
नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने हांगझोउ में आयोजित पैरा एशियाई खेलों में 111 पदक जीते हैं। ऐसे कर भारतीय खिलाड़ियों ने इतिहास रच दिया है। भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने 29 गोल्ड, 31 सिल्वर और 51 ब्रांज मेडल जीते हैं। भारत प्वाइंट टेबल में पांचवें नंबर पर रहा। साल 2010 में पहला पैरा एशियाई खेल ग्वांग्झू में आयोजित हुआ था। खेल के पहले एडिशन में भारत 14 मेडल जीता था। देश प्वाइंट टेबल में 15वें स्थान पर रहा था। फिर 2014 में भारत 15वें और 2018 में नौवें स्थान पर रहा था।
521 मेडल जीतकर चीन पहले पायदान पर
इस बार 521 मेडल (214 गोल्ड, 167 सिल्वर और 140 ब्रांज) के साथ चीन पहले पायदान पर रहा। ईरान 44 गोल्ड, 46 सिल्वर और 41 ब्रांज से दूसरे नंबर पर रहा। जापान (कुल 150 मेडल-42 गोल्ड, 49 सिल्वर और 59 ब्रांज) तीसरे नंबर और साउथ कोरिया (कुल मेडल 103-30 गोल्ड, 33 सिल्वर और 40 ब्रांज) चौथे स्थान पर रहा।
टूर्नामेंट में भी भारत 100 मेडल का आंकड़ा पार किया
111 मेडल जीतकर भारत मैडल टैली में पांचवें पायदान पर रहा। यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले 23 सितंबर से 8 अक्टूबर के बीच खेले गए हांगझोउ एशियाई खेलों में भारत ने 107 मेडल जीते थे। भारत ने 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार 100 से अधिक (101) मेडल जीते थे।
भारत ने सबसे अधिक मेडल एथलेटिक्स में जीते
भारतीय खिलाड़ियों ने सबसे अधिक 55 मेडल एथलेटिक्स में जीते। बैडमिंटन खिलाड़ियों ने चार गोल्ड समेत 21 मेडल जीते। शतरंज में आठ और तीरंदाजी में सात मेडल हासिल किए। निशानेबाजों ने छह मेडल जीते। आखिरी दिन शनिवार को भारत ने चार गोल्ड समेत 12 मेडल जीते। इनमें से सात मेडल शतरंज, चार एथलेटिक्स और एक नौकायन में प्राप्त किया।
महिला और पुरुष खिलाड़ियों का प्रदर्शन
पुरुषों की भाला फेंक एफ55 स्पर्धा में नीरज यादव ने 33.69 मीटर भाला फेंककर गोल्ड मेडल जीता। टेक चंद को ब्रांज मेडल मिला। पुरुषों की 400 मीटर टी47 दौड़ में दिलीप महादु गावियोत को गोल्ड मेडल मिला। महिलाओं की 1500 मीटर टी-20 दौड़ में पूजा ने ब्रांज मेडल पाया। शतरंज में पुरुषों के व्यक्तिगत रैपिड वी1बी1 वर्ग में सतीश दर्पण ने गोल्ड, प्रधान कुमार सौंदर्या ने सिल्वर और अश्विनभाई मकवाना ने ब्रांज मेडल जीता। तीनों ने टीम वर्ग का गोल्ड भी जीता।
नौकायन में सिल्वर मेडल से करना पड़ा संतोष
किशन गंगोली ने पुरुषों की व्यक्तिगत रैपिड वी1 बी2 बी3 स्पर्धा में ब्रांज मेडल हासिल किया। गंगोली, सोमेंद्र ओर आर्यन जोशी ने टीम वर्ग में ब्रांज मेडल हासिल किया। महिला रैपिड वर्ग में वृत्ति जैन, हिमांशी राठी और संस्कृति मोरे को ब्रांज मेडल मिला। नौकायन में पीआर3 मिश्रित डबल स्कल में अनिता और के नारायणा ने सिल्वर मेडल ने संतोष करना पड़ा।
111 का आंकड़ा शुभ:दीपा मलिक
भारतीय पैरालंपिक समिति की अध्यक्ष दीपा मलिक ने कहा कि हमने इतिहास रचा है। हमारे पैरा एथलीटों ने देश को गौरवांवित किया है। अब पेरिस पैरालम्पिक में तोक्यो से अधिक मेडल जीतेंगे। हम इस प्रदर्शन से हैरान नहीं हैं। हमें 110 से 115 के बीच मेडल मिलने की उम्मीद थी और 111 शुभ आंकड़ा है।
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