शतरंज ओलंपियाड : शतरंज बोडरें की ब्रिकी से खुश निर्माता

chess-olympiad--manufacturers-happy-with-the-sale-of-chess-board
chess-olympiad--manufacturers-happy-with-the-sale-of-chess-board

चेन्नई, 22 मार्च (आईएएनएस)। अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (एफआईडीई) भारत के महाबलीपुरम में होने वाले 44वें शतरंज ओलंपियाड के दौरान इस्तेमाल होने वाले 1,000 से अधिक इलेक्ट्रॉनिक शतरंज बोडरें को गिराया जाएगा। फिर भी, शतरंज बोर्ड निर्माता भारत में होने वाले ओलंपियाड से खुश हैं और दो साल की बिक्री में गिरावट के बाद इस साल अपने कारोबार को बेहतर करने की उम्मीद कर रहे हैं। एआईसीएफ के सचिव भरत सिंह चौहान ने आईएएनएस को बताया, एफआईडीई डिजिटल शतरंज बोर्ड और ओलंपियाड के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली शतरंज की घड़ियां भेजेगा। शतरंज बोर्ड डिजिटल शतरंज बोर्ड हैं। सीधे शब्दों में कहें तो डिजिटल/इलेक्ट्रॉनिक शतरंज बोर्ड वे हैं जहां खिलाड़ियों द्वारा की गई चालें स्वचालित रूप से कंप्यूटर में स्थानांतरित हो जाती हैं और लाइव प्रसारण को भी सक्षम बनाती हैं। वैसे भी, भारतीय शतरंज बोर्ड निर्माताओं को स्कूलों के फिर से खुलने और भारत में पहली बार आयोजित होने वाले शतरंज ओलंपियाड के कारण बिक्री में वृद्धि की उम्मीद है। शतरंज बोर्ड के निर्माताओं ने आईएएनएस को बताया कि उनका व्यवसाय घरेलू बिक्री और निर्यात अब गति पकड़ रही है। रेक्सिन शतरंज बोर्ड बनाने वाले 8 गुणा 8 के मालिक एएल मुथुकरुप्पन ने आईएएनएस को बताया, कोविड के कारण, शतरंज बोडरें की बिक्री कम हो गई थी। महामारी के कारण लोग लॉकडाउन में थे और शतरंज बोडरें की बिक्री कम हो गई थी। लेकिन अब यह बढ़ रही है। उन्होंने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि तमिलनाडु के महाबलीपुरम में होने वाले शतरंज ओलंपियाड के प्रभाव के रूप में शतरंज बोर्ड की बिक्री में तेजी आएगी। मुथुकरुप्पन ने कहा, आनंद के वैश्विक मंच पर आने के बाद सड़कों पर शतरंज खेलने वाले खिलाड़ियों को पुलिस ने भी परेशान नहीं किया। इससे पहले, पुलिस शतरंज के खिलाड़ियों को जुआ खेलने की तरह खदेड़ती थी। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केरल में बिक्री अच्छी है। उन्होंने कहा, हम शतरंज के कोचों को थोक में बेचते हैं, जो बदले में उन्हें शतरंज के खिलाड़ियों को देते हैं। हम टूर्नामेंट आयोजकों को शतरंज बोर्ड भी किराए पर देते हैं। वाणिज्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने अप्रैल 2021 से जनवरी 2023 के दौरान 3.27 मिलियन अमरीकी डालर मूल्य के शतरंज बोर्ड भेजे, जबकि वित्त वर्ष 2011 के दौरान 2.49 मिलियन अमरीकी डालर का निर्यात किया गया था। भारत शतरंज बोर्ड और लकड़ी, रेक्सिन और प्लास्टिक से बने टुकड़ों का निर्यात करता है। सागर स्पोर्ट्स के मालिक राजेंद्र सागर ने आईएएनएस को बताया, हम यूरोप, श्रीलंका, यूएई, कनाडा और अमेरिका को रेक्सिन बोर्ड और प्लास्टिक के टुकड़े निर्यात करते हैं। हम पूरे देश में बेचते हैं। यह ध्यान रखना दिलचस्प है कि भारत कई देशों में शतरंज बोर्ड भेजता है। --आईएएनएस आरजे/एएनएम

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in