
नई दिल्ली रफ्तार डेस्क |एशियाई खेल में भारत का प्रदर्शन शानदार रहा है। खिलाड़ियों ने भारत के पदकों को संख्या को बढ़ाया है। इस सूची में विद्या रामराज का नाम शामिल है। जिन्होंने महान एथलीट पीटी उषा के बराबर करिश्मा कर दिखाया है। उन्होंने 55.43 सेंकेंड में 4000 मीटर रेस तय कर शानदार प्रदर्शन किया है। अब आगे विद्या रामराज से बेहतर रिकाॅर्ड और प्रदर्शन की उम्मीद लगाई जा रही है।
पूरी दुनिया में नाम कमा चुकी मशहूर एथलीट पीटी उषा ने 39 साल पहले ये रिकाॅर्ड बना लिया था। उनको फाॅलो करते हुए विथ्या ने कमाल कर दिखाया है। इस रिकाॅर्ड के पहले विद्या ने 55.43 सैकेंड में ये कारनामा कर दिखाया था। इसके साथ वे हीट 1 में बेहतरीन खिलाड़ी अमीनत ओए जमाल के साथ फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रही।
विद्या की बहन नित्या भी एशियाई खेलों में हिस्सा ले चुकी हैं। विद्या और नित्या भारत में पहली जुड़वा बहनें हैं, जो एक ही एशियाई खेल में हिस्सा ले रही हैं। इनके पिता परिवार का गुजारा करने के लिए रिक्शा चलाते थे,नित्या की बात करें तो वे 100 मीटर दौड़ और विद्या 400 मीटर का हिस्सा बनी हुई हैं।
रामराज और मीना की दोनों बेटियां कोयंबटूर से आती हैं। 2014 तक दोनों ने एक ही स्कूल में पढ़ाई की। 2014 में विद्या ने पदक जीतकर सबको चौंका दिया था। लेकिन उनका आगे का सफर आसान नहीं था। कोच नेहपाल सिंह राठौड़ की मदद से उन्होंने दोबारा कठिन प्रयास करते हुए वापसी की और 2021 फेडरेशन कप में 400 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया।
ओपन नेशनल में डबल हासिल करने के बाद विद्या को रेलवे में नौकरी दी गई। पलक्कड़ डिवीजन में वरिष्ठ क्लर्क बनने के साथ ही परिवार का गुजारा करने में विद्या को काफी सहायता मिली थी। नित्या भी चेन्नई में आयकर विभाग में मौजूद है।