पदार्पण टेस्ट में द्रविड़ को आउट करना, मेरे जीवन का सबसे शानदार पल : सोहेल तनवीर

पदार्पण टेस्ट में द्रविड़ को आउट करना, मेरे जीवन का सबसे शानदार पल : सोहेल तनवीर
पदार्पण टेस्ट में द्रविड़ को आउट करना, मेरे जीवन का सबसे शानदार पल : सोहेल तनवीर

लाहौर, 19 जून (हि.स.)। पाकिस्तान के बाएं हाथ तेज गेंदबाज सोहेल तनवीर ने अपने पदार्पण टेस्ट को याद करते हुए कहा कि अपने पहले टेस्ट मैच में राहुल द्रविड़ को आउट करना उनके जीवन का सबसे शानदार पल था। तनवीर ने वर्ष 2007 में फिरोज शाह कोटला मैदान (अब अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम) में भारत के खिलाफ मैच से अपने टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत की थी। उन्होंने द्रविड़ को उनके 38 रनों के निजी स्कोर पर आउट किया था। तनवीर ने क्रिक कास्ट के यूट्यूब चैनल पर कहा, शुरुआत में मैं टीम का हिस्सा नहीं था। मैं एकदिवसीय टीम का हिस्सा था। अचानक से उमर गुल चोटिल हो गए थे। उसके बाद जिस तरह से मैंने द्रविड़ को आउट किया था, मुझे अभी भी याद है कि वह मेरे जिंदगी का सबसे यादगार पल था। उन्होंने कहा, मुझे याद है कि वसीम अकरम ने भी एक बार उसी तरह से द्रविड़ को आउट किया था। बॉल बाएं ओर से स्विंग हो रही थी और उनके आफ स्टंप को ले उड़ी थी। यह मेरी ड्रीम डिलीवरी थी। उन्होंने कहा, द्रविड़, सचिन, लक्ष्मण और गांगुली जैसे महान खिलाड़ियों के खिलाफ भारत में गेंदबाजी करना, शानदार था। ये सभी ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में हजारों रन बनाए हैं। तनवीर ने कहा, आत्म-विश्वास और विश्वास ने मुझे अपने पूरे करियर में काफी मदद की। मैंने पहले टेस्ट में अच्छी गेंदबाजी की। मैंने लगातार तीन विकेट लिए। मैंने गांगुली, द्रविड़ और हरभजन सिंह को आउट किया। तनवीर ने इसके अलावा केवल एक ही टेस्ट मैच और खेला। उनका मानना है कि यह दुर्भाग्य है कि वह और ज्यादा टेस्ट मैच नहीं खेल सके। उन्होंने कहा, दुर्भाग्यवश मेरा टेस्ट करियर वहां समाप्त हो गया। मैं अब भी सोचता हूं कि मैं पाकिस्तान के लिए और ज्यादा टेस्ट मैच खेल सकता था। लोग मुझे टी 20 क्रिकेट का विशेषज्ञ मानते हैं, लेकिन किसी को भी मेरी ताकत के बारे में पता नहीं है। उन्हें यह पता नहीं है कि लाल गेंद से मेरे अंदर क्या करने की क्षमता है। तनवीर ने पाकिस्तान के लिए 62 एकदिनी और 57 टी 20 मैचों में क्रमश : 71 और 54 विकेट चटकाए हैं। हिन्दुस्थान समाचार/सुनील-hindusthansamachar.in

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