सावन माह में शिवभक्तों को बाबा विश्वनाथ का मिलेगा झांकी दर्शन, गर्भगृह में नहीं जा पायेंगे
सावन माह में शिवभक्तों को बाबा विश्वनाथ का मिलेगा झांकी दर्शन, गर्भगृह में नहीं जा पायेंगे

सावन माह में शिवभक्तों को बाबा विश्वनाथ का मिलेगा झांकी दर्शन, गर्भगृह में नहीं जा पायेंगे

-मंदिर के प्रवेश और निकास के लिए बनेंगे तीन-तीन द्वार, सैनिटाइज होकर ही मंदिर में जायेंगे -कोरोना संकट काल में कांवरिया नहीं आयेंगे मंदिर, उन्हें निकट के शिवमंदिर में करना होगा जलाभिषेक वाराणसी, 26 जून (हि.स.)। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी मेंं श्रावण मास की प्रशासनिक तैयारियां शुरू हो गई है। बाबा को अतिशय प्रिय माह में उनके भक्तों को सुविधा जनक दर्शन उपलब्ध कराने के लिए शुक्रवार को वाराणसी परिक्षेत्र के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर कार्यालय सभागार में अफसरों के साथ बैठक की। बैठक में कमिश्नर ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी को ध्यान में रखते हुए सावन माह में आने वाले शिवभक्तों को कतार में खड़े होने के दौरान शारीरिक दूरी के नियमों का पालन जरूरी है। कतार में खड़े दर्शनार्थियों के लिए हैंड सैनिटाइजर की भी व्यवस्था प्रवेश द्यार पर की जायेगी। शिवभक्तों की सुविधा के लिए मंदिर में प्रवेश एवं निकास के लिए तीन-तीन द्वार बनाने का उन्होंने निर्देश दिया। कमिश्नर ने कहा कि इस बार कांवरिया यहां नहीं आएंगे और वे अपने-अपने नजदीकी शिवालयों में ही वे श्रावण मास के दौरान बाबा का जलाभिषेक करेंगे। उन्होंने निर्माणाधीन श्री विश्वनाथ धाम कॉरिडोर को ध्यान रखते हुए कहा कि श्रावण मास के दौरान मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों एवं श्रद्धालुओं को इससे किसी प्रकार का परेशानी का सामना न करना पड़े। कमिश्नर ने कहा कि 05 जुलाई से श्रावण मास शुरू हो रहा है। समय को देखते हुए मैदागिन से गोदौलिया तक मजबूत जिंग-जैंग बैरिकेडिंग कराने के साथ 6-6 फीट की दूरी पर गोला रिंग बनवाए जाने पर भी उन्होंने जोर दिया। कमिश्नर ने सौ-सौ मीटर की दूरी पर सैनिटाइजर केन रखवाये जाने के साथ ही स्प्रे द्वारा भी सैनिटाइज कराए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने की हिदायत दी। गर्भगृह में नही मिलेगा दर्शन, झांकी दर्शन होगा कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बैठक में कहा कि सावन माह में शिवभक्तों को गर्भ गृह में प्रवेश नही दिया जायेगा,उन्हें झांकी दर्शन मिलेगा। श्रावण मास के दौरान मैदागिन से गोदौलिया मार्ग पर वाहनों का संचालन भी प्रतिबंधित होगा। श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को यादव बंधुओं सहित अन्य लोगों द्वारा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में किए जाने वाले विशेष पूजा के संबंध में निर्देशित किया कि आयोजकों से चर्चा कर यह सुनिश्चित कराया जाए कि वे पांच-छह लोगों की संख्या में ही आकर प्रतीकात्मक स्वरूप पूजन करें। उन्होंने श्रावण मास के दौरान सुरक्षा के चाक-चौबंद व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने पर विशेष जोर दिया। निर्बाध विद्युत आपूर्ति विभाग के अभियंताओं को निर्देशित करते हुए कहा कि आसपास के विद्युत पोलों को भी देख लिया जाए, जर्जर एवं लटकते विधुत तारो को तत्काल दुरुस्त करा दिया जाए। बैठक में आईजी विजय सिंह मीणा, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, एसएसपी प्रभाकर चौधरी, नगर आयुक्त एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री काशी विश्वनाथ मंदिर गौरांग राठी मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दीपक-hindusthansamachar.in

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