चमक खोता दिखेगा शरद पूर्णिमा का चांद, 1h 17m तक चंद्रमा पर रहेगा आंशिक चंद्रग्रहण; जाने कब तक तक रहेगा प्रभाव?

Chandra Grahan 2023: एक तरफ देश आज (शनिवार ) शरद पूर्णिमा का पर्व मना रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ इस मौके पर रात के समय साल का अंतिम चंद्रग्रहण भी लगने जा रहा है।
Chandra Grahan 2023
Chandra Grahan 2023

भोपाल, (हि.स.)। एक तरफ देश आज (शनिवार ) शरद पूर्णिमा का पर्व मना रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ इस मौके पर रात के समय साल का अंतिम चंद्रग्रहण भी लगने जा रहा है। चमकीली चांदनी के लिए जाने जाना वाला शरद पूर्णिमा का चांद आज मध्यरात्रि में अपनी चमक खोता नजर आएगा। पृथ्वी से इस समय लगभग 369425 किलोमीटर दूर स्थित चंद्रमा आंशिक चंद्रग्रहण की घटना के कारण कुछ घंटे पृथ्वी के साये में रहेगा। यह जानकारी नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने दी।

आंशिक ग्रहण मध्यरात्रि के बाद एक बज कर पांच मिनट पर आरंभ होगा

उन्होंने चंद्रग्रहण के वैज्ञानिक तथ्यों की जानकारी दी। घारू ने बताया कि इस चंद्रग्रहण की शुरुआत उपछाया ग्रहण से 28 अक्टूबर की रात 11 बजकर 31 मिनट के कुछ बाद होगी, लेकिन महसूस होने वाला आंशिक ग्रहण मध्यरात्रि के बाद एक बज कर पांच मिनट पर आरंभ होगा और रात्रि एक बजकर 44 मिनट पर अधिकतम ग्रहण की स्थिति होगी। यह आंशिक ग्रहण रात लगभग 2 बजकर 23 मिनट पर समाप्त हो जाएगा, लेकिन इसके बाद भी उपछाया ग्रहण तो चलता रहेगा, जो कि पूरी तरह तीन बजकर 57 मिनट पर समाप्त होगा।

ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 25 मिनट

सारिका ने बताया कि इस तरह वैज्ञानिक रूप से ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 25 मिनट होगी, लेकिन महसूस होने वाले आंशिक ग्रहण की कुल अवधि एक घंटे 17 मिनट होगी। उन्होंने बताया कि पृथ्वी जब चंद्रमा और सूर्य के बीच होती है तो इसके द्वारा सूर्य का प्रकाश रोक लिया जाता है और सूर्य का पूरा प्रकाश चंद्रमा पर नहीं पड़ता है अर्थात चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया पड़ती है। इसे चंद्रग्रहण कहा जाता है। जब चंद्रमा पृथ्वी की उपछाया में होता है तो उस समय उपछाया ग्रहण होता है। जब चंद्रमा का कुछ भाग पृथ्वी की घनी छाया वाले भाग में आता है तो आंशिक चंद्रग्रहण होता है। इस बार यह दोनों स्थितियां बन रही हैं।

इन जगहों पर दिखेगा चंद्रग्रहण

विज्ञान प्रसारक सारिका ने बताया कि चंद्रग्रहण की यह घटना भारत के साथ एशिया, आस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका सहित हिन्द महासागर के अधिकांश भागों से देखी जा सकेगी। इस तरह गणितीय अनुमान के अनुसार उपछाया ग्रहण का कुछ न कुछ भाग इस विश्व की लगभग 92.14 प्रतिशत जनसंख्या और आंशिक ग्रहण को 87.07 प्रतिशत जनसंख्या देख पाएगी।

ग्रहण की स्थित - दिनांक - समय

उपछाया ग्रहण आरंभ - 28 अक्टूबर - 23:31:48

आंशिक ग्रहण आरंभ - 28 अक्टूबर - 01:05:25

अधिकतम ग्रहण - 29 अक्टूबर - 01:44:05

आंशिक ग्रहण समाप्त - 29 अक्टूबर - 02:22:40

उपछाया ग्रहण समाप्त - 29 अक्टूबर - 03:56:25

चंद्रग्रहण की कुल अवधि - 4 घंटे 25 मिनट

आंशिक ग्रहण की कुल अवधि - 1 घंटा 17 मिनट

अन्य खबरों के लिए क्लिक करें:- www.raftaar.in

Related Stories

No stories found.