नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। Car Insurance Add-ons
जो भी वाहन आप सड़क पर चलाते हैं उनके लिए इंश्योरेंस लेना कितना जरूरी है ये बात तो हम सभी बहुत अच्छे से जानते हैं लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि सिर्फ इंश्योरेंस भर से काम नहीं चलता है बता दें कि कई बार कुछ ऐसा हो जाता है जो आपके इंश्योरेंस में कवर नहीं होता और इस वजह से आपको क्लैम नहीं मिल पाता, ऐसे में इंश्योरेंस कराते वक्त एड ऑन लेना क्यों जरूरी और बेहतर है? आइए जानते हैं|
Zero Depreciation
गाड़ी को नुकसान पहुंचाने की स्थिति में इंश्योरेंस कंपनियां पूरा क्लैम नहीं देती हैं लेकिन जीरो डेप पॉलिसी लेने पर कंपनियां आपको इंश्योरेंस लेते वक्त तय की गई कार की वैल्यू के हिसाब से पूरा भुगतान करती है इस एड ऑन को लेने पर कार में आने वाले रिपेयरिंग का खर्च पूरा मिल तो जाता है लेकिन इसमें टायर, ट्यूब और बैटरी जैसी चीजें शामिल नहीं होती क्योंकि इन चीजों पर केवल 50 फीसदी कवरेज ही दिया जाता है|
Engine Protector Cover
आप लोगों ने जो नॉर्मल कार इंश्योरेंस पॉलिसी ली है उसमें इंजन से जुड़ा डैमेज कवर नहीं होता है, ऐसे में मॉनसून के सीजन में जब सड़कों पर पानी भर जाता है और अगर ड्राइव करते वक्त पानी इंजन में घुसने की वजह से इंजन सीज हो जाता है तो इंश्योरेंस में क्लैम नहीं मिल पाता इस वजह से इंश्योरेंस लेते वक्त इंजन प्रोटेक्टर लेना जरूरी है क्योंकि इंजन में पानी की वजह से 50 हजार (हैचबैक कार) से 10 लाख (लग्जरी कारों) तक का खर्च आ सकता है|
Tyre Protect Cover
मॉनसून के सीजन में गाड़ी के टायरों को बहुत कुछ झेलना पड़ता है जिस वजह से टायर के कटने और फटने का चांस ज्यादा रहता है. ऐसे में अगर आपने इंश्योरेंस लेते वक्त टायर प्रोटेक्ट कवर नहीं लिया तो आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है, इस एड ऑन का फायदा यह है कि इसे लेने से आप अपनी जेब पर पड़ने वाले बोझ को कम कर सकते हैं क्योंकि इस ए़ड ऑन के साथ आपको लेबर चार्ज, डैमेज हुए टायर का रिप्लेसमेंट कॉस्ट आदि मिलता है|
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