भारत का प्रयोजन विश्व कल्याण व मानव उत्थान: डॉ. मोहन भागवत

भारतवर्ष का प्रयोजन अमर है,हर राष्ट्र का अपने अस्तित्व के पीछे का कुछ न कुछ कारण है,इसलिए भारतवर्ष ऐसा है सरसंघचालक यहां ब्रह्मलीन जगतगुरु श्याम देवाचार्य की द्वितीय पुण्यतिथि कार्यक्रम में बोल रहे थे
भारत का प्रयोजन विश्व कल्याण व मानव उत्थान: डॉ. मोहन भागवत

जबलपुर,एजेंसी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि भारत सनातन काल से है। भारतवर्ष का प्रयोजन अमर है, हर राष्ट्र का अपने अस्तित्व के पीछे का कुछ न कुछ कारण है, इसलिए भारतवर्ष ऐसा है। सरसंघचालक यहां ब्रह्मलीन जगतगुरु श्याम देवाचार्य की द्वितीय पुण्यतिथि कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सृष्टि के आरम्भ से ही भारतवर्ष का प्रयोजन है। भारत का प्रयोजन विश्व कल्याण और मानव उत्थान का साधन है। अपना- अपना प्रयोजन प्राप्त करने के बाद सभी की इति हो जाती है। भारत का प्रयोजन राष्ट्र के साथ विश्व कल्याण है इसलिए इसकी इति असंभव है। इस अवसर पर उन्होंने जबलपुर के नरसिंह मंदिर में डॉ. श्याम देवाचार्य के श्रीविग्रह का लोकार्पण भी किया।

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