राजनांदगांव : पुलिस से लड़ते मारे गये साथियों को नक्सलियों ने बताया जनयोद्धा
साथियों के समर्थन में नक्सलियों ने किया गढ़चिरौली बंद का ऐलान राजनांदगांव, 03 अप्रैल (हि.स.)। राजनांदगांव जिले के सरहदी इलाके गढ़चिरौली जिले के कोरची तहसील के खोब्रामेढ़ा के जंगल में 29 मार्च को पुलिस के हाथों मुठभेड़ में मारे गए साथियों के समर्थन में नक्सलियों ने गढ़चिरौली बंद का ऐलान किया है। आगामी 12 अप्रैल को नक्सलियों ने अपने साथियों को 'शहीद' बताते हुए समूचे गढ़चिरौली को बंद करने का एक पत्र जारी किया है। गढ़चिरौली सब डिवीजन ब्यूरो के प्रवक्ता श्रीनिवास द्वारा जारी पत्र में संगठन की ओर से संगठन ने उत्तर गढ़चिरौली डिवीजन भास्कर हिचामी, सुकदेव नेताम, अमर उंडामी, सुजाता आतराम तथा अस्मिता पद्दा को क्रांतिकारी बताते हुए कहा कि सभी ने आखिरी दम तक पुलिस की सी-60 फोर्स के साथ मुकाबला किया। घायल हालत में भी फोर्स से लड़ते हुए साथियों ने क्रांतिकारी दृढ़ता व जनयुद्ध की धैर्य का परिचय दिया। नक्सल संगठन के पत्र में कोरोना महामारी के दौरान भी पुलिस गश्त और कॉम्बिंग आपरेशन को लेकर राज्य सरकार की आलोचना की गई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा माओवादियों को कोरोना से ज्यादा खतरनाक बताए जाने पर भी संगठन ने आपत्ति जताई है। 12 अप्रैल को संगठन की ओर से सिर्फ आवश्यक सेवाओं को ही बंद से मुक्त रखने फरमान जारी किया है। जनता से संगठन द्वारा 5 साथियों के मारे जाने के लिए बंद में सहयोग करने की अपील की गई है। हिन्दुस्थान समाचार /मनोज चंदेल