रायपुर : प्रदेश सरकार तेंदूपत्ता खरीदी कर पाने में पूरी तरह विफल - केदार कश्यप
रायपुर, 9 जून (हि.स.)। तेंदुपत्ता को लेकर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने आज सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार, खरीदी कर पाने में पूरी तरह विफल हो गई हैं जबकि भाजपा सरकार के शासन काल मे तेंदुपत्ता की खरीदी 10 दिनों तक होती थी। वनवासियों के प्रति प्रदेश कॉग्रेस सरकार की उदासीन रवैए के चलते बस्तर की हरा सोना की खरीदी नहीं हो पाई जिसका खामियाजा तेंदुपत्ता संग्राहकों को भुगतना पड़ रहा हैं जिसे वनवासी भाई नदी नालों व जलाने में विवश हो गए हैं। ठेकेदार – अफसरों की मनमर्जी से तेंदुपत्ता खरीदी अधर में कोरोना महामारी की आपदा ने ग्रमीणों की आर्थिक स्थिति को तहस नहस कर डाला है दैनिक मजदूरी कर भ्ररण पोषण करने वाले मजदूर केवल सरकारी चावल के भरोसे आधा पेट भरने को मजबूर है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश तेंदुपत्ता खरीदी की गोलमाल नीति ने ग्रमीणों की आजीविका को ही मझदार में डाल दिया है। वनोपज खरीदी का पूरा जिम्मा ठेकेदारों पर सरकार ने डाल दिया है। ठेकेदारों एवं अधिकारियों की मनमर्जी के कारण संग्राहक तेंदुपत्ता बेचने गड्डियां बनाकर अपने अपने घर संग्रहित कर रखते रहे हैं किंतु खरीदी रोक दी गई। सरकार की इस नीति के कारण वन क्षेत्रों ने निवासरत आदिवासी एवं अन्य परिवार जिनकी तेंदुपत्ता से साल भर का खर्च चलता था उनकी आजीविका संकट में आ गई हैं। बिचौलियों को औने-पौने दाम में बेचने मजबूर तेंदुपत्ता वनोपज की बस्तर में बड़ी मात्रा में उत्पादन होता हैं। वनवासी तेंदुपत्ता तोड़कर सरकार को तय राशि पर बेचते हैं परंतु सरकार ने एक दिन खरीदी कर दुबारा खरीदना बंद कर दिया। तेंदुपत्ता को वनवासी बिचौलियों को ओने पौने दाम पर मजबूर हैं, सरकार बिचौलियों पर कोई कार्यवाही नही कर रही हैं। संग्राहकों को मिलने वाला छात्रवृत्ति व जीवन सुरक्षा बीमा योजना से वंचित कश्यप ने कहा कि प्रदेश की कॉग्रेस सरकार तेंदुपत्ता तोड़ाई कर पंजीकृत होने वाले वनवासी क्षेत्रों के मेधावी छात्रों व प्राकृतिक घटनाओं से मृत परिजनों को छात्रवृत्ति व जीवन सुरक्षा बीमा योजना से वंचित करना चाहती हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों में तेंदुपत्ता की तस्करी केदार कश्यप ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार की तेंदुपत्ता खरीदी को लेकर स्पष्ट नीति और खरीदी नही हो पाने से सीमावर्ती क्षेत्रों से अन्य राज्यों में तेंदुपत्ता की जमकर तस्करी की जा रही हैं, सरकार व जेम्मेदार अधिकारियों के ध्यान में तस्करी के मामले होने के वावजूद भी हाथ पर हाथ धरे हैं। हिन्दुस्थान समाचार / केशव शर्मा