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रायपुर(विधान सभा ):अमानक अमोक्सिलीन ओरल सस्पेंश दवा वितरित,स्वास्थ्य मंत्री का खंडन

स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा ध्यानाकर्षण प्रस्ताव रायपुर , 2 मार्च(हि.स.)। सदन में भाजपा सदस्य सौरभ सिंह ने स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पेश किया। इस ध्यानाकर्षण प्रस्ताव में सौरभ सिंह ने सदन को जानकारी देते हुए बताया कि सरकारी अस्पतालों में बीमार बच्चों के ईलाज के लिए सीजी एम एस सी से अमानक अमोक्सिलीन ओरल सस्पेंश दवा वितरित की गई और किसी को पता नहीं चला।चार दिन पहले इस दवा के बैच नंबर MP 9014 वापस मंगाए जाने पत्र लिखा गया है। दोषी कर्मचारियों के उपर कार्यवाही नहीं की गई है,जनता के स्वास्थ्य के साथ इस प्रकार खिलवाड़ से जनता में भारी रोष और आक्रोश है। स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने इस ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि यह एंटीबॉयोटिक दवा हैं और सर्दी बुखार खांसी में इस्तेमाल करने की सलाह डॉक्टर देते है। इस दवा के आपूर्ति के पूर्व प्रत्येक बैच में रैण्डम सैंपलिंग के आधार पर अधिकृत प्रयोगशालाओं से कराई गई। मानक गुणवत्ता प्रतिवेदन प्राप्त होने पर ही दवाओं को सप्लाई की जाती है।स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने सदन को बताया कि अंबिकापुर में एक बैच की दवा में गड़बड़ी की आशंका स्वास्थ्य विभाग ने स्वस्फूर्त पकड़ी और यह कोई चार दिन पहले नहीं हुआ बल्कि अक्टूबर में वापस मंगा ली गई थी।इसके साथ साथ भुगतान राशि के वसुली की कार्यवाही भी की गई है। स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने सदन में स्पष्ट किया कि उस बैच से केवल 458 दवा का उपयोग किया गया है। और इसमें कोई शिकायत नहीं मिली है। जहां तक पहले मानक और फिर अमानक का मसला है तो रसायनिक तत्व होते हैं और उनमें आशिंक बदलाव होना असंभव नहीं है। इसलिए विभाग खुद उसे चेक करता रहता है। इस मामले में भी यही हुआ है।इस जवाब पर सदस्य सौरभ सिंह ने सवाल किया कि क्या इस के रख रखाव में त्रुटि हुई किसी पर कार्यवाही होगी! इस परमंत्री टी एस सिंहदेव ने जवाब दिया कि किसी का दोष नहीं पाया गया बल्कि स्वास्थ्य विभाग की सजगता पाई गई है। हिन्दुस्थान समाचार / केशव शर्मा

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