
इटानगर, एजेंसी। राष्ट्रपति ने मुुर्मू ने डिजीटल इंडिया कार्यक्रम के तहत अरुणाचल प्रदेश में ई-विधान प्रणाली अपनाने और विधानसभा में पेपरलेस प्रणाली लागू करने की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि अनुशासन और मर्यादा संसदीय प्रणाली की पहचान है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बहस की सामग्री और गुणवत्ता उच्चतम स्तर की हो। साथ ही हमें विकास और जनकल्याण के मुद्दों पर आम सहमति बनाने की जरूरत है।
आज के युग में पर्यावरण प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन एक विकट समस्या
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित कर रही थीं। मुर्मू सोमवार से दो दिवसीय दौरे पर अरुणाचल प्रदेश में हैं। विधानसभा में मुर्मू ने कहा कि पर्यावरण सुरक्षा पर उन्होंने राज्य सरकार के राज्य के जलवायु परिवहन को बचाने के लिए पक्के घोषणा अपनाने की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि आज के युग में पर्यावरण प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन एक विकट समस्या है। हमें इन चिंताओं का समाधान जल्द खोजना होगा। अरुणाचल प्रदेश जैसे भौगोलिक रूप से संवेदनशील राज्यों के लिए ये मुद्दे और भी महत्वपूर्ण हो जाते हैं। उन्होंने इस पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की कि इस राज्य के नीति-निर्माताओं ने इस मुद्दे पर अपना ध्यान रखा है।
अरुणाचल प्रदेश के प्राकृतिक सुंदरता व संस्कृति की तारीफ
राष्ट्रपति ने 'डिजिटल इंडिया' कार्यक्रम के तहत 'ई-विधान'- कागज रहित डिजिटल यात्रा को लागू करने के लिए अरुणाचल प्रदेश विधानसभा की सराहना की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने साल 2022 को 'ई-शासन का वर्ष' घोषित किया है और कई ई-शासन परियोजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ये परियोजनाएं न केवल प्रशासनिक सुधारों में सहायता करेंगी बल्कि, आम नागरिक के जीवन को आसान बनाने में भी योगदान देंगी। उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के प्राकृतिक सुंदरता, लोगों की वेशभूषा व संस्कृति की तारीफ की। उन्होंने जनजातीय लोगों को अपनी संस्कृति को बचाए रखने और हर कार्य में महिलाओं की भागीदारी का मौका देने पर राज्य सरकार की प्रसंशा की। राष्ट्रपति ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में विकास परियोजनाओं के लिए केन्द्र सरकार की सहायता से तेजी से कार्य हो रहा है। इस मौके पर मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल कैवल्य त्रिविक्रम परनाइक और उपमुख्यमंत्री चोना मीन के अलावा सभी मंत्री और विधायक मौजूद रहे।