संविलियन के पूर्व की सेवा समाप्त करने की तैयारी शिक्षकों के साथ कुठाराघात : उदय शुक्ला
05 मार्च 2019 के राजपत्र अनुसार एलबी संवर्ग के लिए निर्धारित पदोन्नत्ति के पद के साथ ही ई संवर्ग में हो समायोजन दंतेवाड़ा, 17 जनवरी (हि.स.)। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशनके जिला अध्यक्ष उदय शुक्ला ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि शिक्षको को यह समझना होगा कि एलबी संवर्ग है पदनाम नहीं अत: पूर्व सेवा का लाभ प्रथम नियुक्ति तिथि को आधार बनाने से ही प्राप्त होगा। एलबी संवर्ग तभी हटे जब प्रथम नियुक्ति के आधार पर विभाग में एलबी हटाकर समायोजन किया जाए। संविलियन के पूर्व की सेवा समाप्त करने की तैयारी है, जिससे डेढ़ लाख शिक्षकों के साथ कुठाराधात होगा। इस संबंध में छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने प्रशासन को ज्ञापन सौपा है। इस दौरान छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी उदयप्रकाश शुक्ला, नोहरसिंह साहू, खोमेंद्र देवांगन, अमित देवनाथ, सुभाष कोड़ोपी, भरत कुमार दुबे, शंकरचौधरी,टीकम दास साहू, केशव स्वर्ण उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि एलबी संवर्ग को हटाने शासन स्तर पर प्रक्रिया तेजी से चल रहा है, मतलब स्पष्ट है कि वर्तमान सरकार द्वारा पिछली नियमों में बदलाव किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने प्रथम नियुक्ति के आधार पर लाभ के साथ ही ई/टी संवर्ग में समायोजित करने की मांग की है साथ ही 05 मार्च 2019 के राजपत्र अनुसार एलबी संवर्ग के लिए निर्धारित पदोन्नत्ति के पद के साथ ही ईसंवर्ग में समायोजन स्वीकार्य होगा। सरकार के पास राजपत्र परिवर्तन के समयोजन घोषणा पत्र में उल्लेखित क्रमोन्नति, पदोन्नत्ति, वेतन विसंगति पुरानी पेंशन का लाभ देने का उचित अवसर है, किन्तु शिक्षा विभाग व प्रशासन जनघोषणा पत्र के मुद्दे समाप्त करने पर आमादा है। संविलियन के बाद प्रथम नियुक्ति तिथि के साथ क्रमोन्नति, पदोन्नति सहित सभी लाभ का मांग मजबूती से किया गया था, जिस पर तत्कालीन शिक्षा सचिव ने बीच का रास्ता तैयार कर एलबी कैडर बनाकर पदोन्नत्ति के लिए पृथक पद निर्धारित किया था। किन्तु वर्तमान में शासन एलबी शिक्षक संवर्ग पर भरोसा न कर केवल पूर्व के नियमित शिक्षकों को ही सम्पूर्ण लाभ व सुविधा देना चाहते है। यही कारण है एलबी शिक्षक संवर्ग से चर्चा किए बगैर गुपचुप तरीके से एलबी शिक्षक संवर्ग कोक्रमोन्नति, पदोन्नति, वेतन विसंगति व पुरानी पेंशन के लाभ व सुविधा से वंचित करने एलबी संवर्ग को ही खत्म कर संविलियन तिथि से लाभ व सुविधा का मापदंड तय करना चाह रहा है, इससे एलबी संवर्ग के शिक्षको की वर्षो पूर्व सेवा को समाप्त करने की तैयारी है। पदोन्नति, क्रमोन्नति देने शासन का पसीना छूट रहा है इसीलिए ये हथकंडे अपना रहे हैं। शिक्षा विभाग संविलियन को आधार बनाकर क्रमोन्नति अवधि, पदोन्नति अवधि, विभाग में सभीका यही वेतन व पेंशन योजना के सभी लाभ व सुविधा को कनिष्ठ बनाकर मांग को तकनीकी रूप से समाप्त करने पर उतारू है। एसोसिएशन प्रथम नियुक्ति की वरिष्ठता के साथ समायोजन ही स्वीकार करेगा, शिक्षकों को कनिष्ठ बनाने के खिलाफ विरोध किया जाएगा। हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे-hindusthansamachar.in