Pakistan: पाकिस्तान के EX PM इमरान की गिरफ्तारी के बाद क्या सिविल वार की तरफ बढ़ रहा पाकिस्तान

इमरान की गिरफ्तारी के बाद से पूरे पाकिस्तान में बवाल मच गया है। पीटीआई के कार्यकर्ताओं ने सभी जगहों पर तोड़फोड़ की है।
Pakistan: पाकिस्तान के EX PM इमरान की गिरफ्तारी के बाद क्या सिविल वार की तरफ बढ़ रहा पाकिस्तान

इस्लामाबाद, रफ्तार डेस्क। पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से ही देश की फिजां बदल चुकी है। लोग सड़कों पर उतर गए हैं। लोग अपने लीडर को छुड़ाने के लिए कई जगहों पर उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके साथ ही वह कई स्थानों इसमें सेना के भी जगहों पर भी तोड़फोड़ कर रहे हैं। ऐसे में कई मुल्कों में यह चर्चा शुरू हो गई है कि क्या पाकिस्तान सिविल वार की तरफ बढ़ रहा है।

मौन की स्थिति में ज्यादा दिखे

सूडान के हालात के बाद एक बार फिर विश्व के कई देशों में यह चर्चा आम हो गई कि पाक में हालात अब बद से बदतर हो रहे हैं। यहां पर सेना और सरकार के कंट्रोल से हालात संभाले नहीं संभल रहे हैं। करीब 48 घंटे से ज्यादा पाक में इमरान के समर्थक सड़कों पर गुंडागर्दी करते नजर आए। वहीं पुलिस प्रशसान की बात की जाए तो वहां पर वह मौन की स्थिति में ज्यादा दिखे।

सेना को हालात संभालने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ा

पाक में सेना हमेशा से राजनीति से ऊपर ही रही है। हालात पर नियंत्रण रखने में इस बार सेना से भी चूक होती दिख रही है। पाक सेना के कई जगहों पर तोड़फोड़ और वहां पर आगजनी की गई मगर सेना खामोश रही। दो दिन बीतने के बाद इस्लामाबाद में सेना को हालात संभालने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ा।

पाकिस्तान में सिविल वॉर नहीं चाहते

इसी क्रम में अमेरिका में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के पूर्व अध्यक्ष जॉनी बशीर ने एक बड़ी धमकी दी है। उन्होंने कहा कि हमारे नेता इमरान खान को सरकार ने गिरफ़्तार करवा दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी गिरफ्तारी बिना किसी वॉरंट और चार्ज के हुई है। उन्होंने पूरे विश्व के नेताओं से यह अपील की है कि जो वैश्विक समुदाय और नेता यह प्रकरण देख रहे हैं उन्हें कहना चाहते हैं इस मानवाधिकार उल्लंघन के ख़िलाफ आवाज़ उठाएं। इस इस मुद्दे को गंभीरता से देखें। हम पाकिस्तान में सिविल वॉर नहीं चाहते हैं। वहीं पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ इमरान खान के समर्थकों ने वाशिंगटन डीसी में पाकिस्तान दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।

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