रूस-यूक्रेन युद्ध विराम पर फ्रांस के राष्ट्रपति को नहीं मिली सफलता, चिनफिंग ने नहीं दिया कोई आश्वासन

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से मिलकर बीजिंग पहुंचे मैक्रॉन ने चिनफिंग से अनुरोध किया है कि वह रूस को शांति की राह पर लाएं लेकिन चीनी राष्ट्रपति ने इसके लिए प्रयास करने का कोई वचन नहीं दिया है।
चीन और फ्रांस के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और इमैनुएल मैक्रॉन
चीन और फ्रांस के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और इमैनुएल मैक्रॉन

बीजिंग, एजेंसी। रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के समाधान के लिए चीन पहुंचे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन को फिलहाल सफलता मिलती नहीं दिख रही है। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने रूस पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर युद्धविराम के लिए नए संकेत नहीं दिए हैं।

मैक्रॉन ने चिनफिंग से अनुरोध किया है कि वह रूस को शांति की राह पर लाएं

चीन शांति योजना पर ही कार्य कर रहा है जिसमें 12 बिंदुओं में रूस और यूक्रेन के बीच समझौते की बातें हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से मिलकर बीजिंग पहुंचे मैक्रॉन ने चिनफिंग से अनुरोध किया है कि वह रूस को शांति की राह पर लाएं लेकिन चीनी राष्ट्रपति ने इसके लिए प्रयास करने का कोई वचन नहीं दिया है। हां, चिनफिंग ने मैक्रॉन के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में शांति के लिए व्यक्तिगत तौर पर प्रयास करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता जल्द से जल्द शुरू होनी चाहिए।

चिनफिंग किसी भी रूप में अमेरिका के युद्धविराम का हिस्सा नहीं बनना चाहते

उल्लेखनीय है कि चिनफिंग ने हाल ही में रूस का दौरा किया था और दोनों देशों ने अपनी सीमाओं से परे दोस्ती को दोहराया था। विश्लेषकों का मानना है कि चिनफिंग किसी भी रूप में अमेरिका के युद्धविराम के प्रयास का हिस्सा नहीं बनना चाहते है। वह विश्व में अमेरिकी प्रभाव को कम करने में रूस के साथ मिलकर कार्य करना चाहते हैं। इसी के चलते चीन ने यूक्रेन युद्ध में भले ही रूस का साथ न दिया हो लेकिन अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उसने रूस का सहयोग किया है। युद्धकाल में द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाकर 200 अरब डालर तक कर दिया है।

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