अफगानिस्तान में महिलाओं पर प्रतिबंध के विरोध में 3,300 कर्मचारी दूसरे दिन भी काम पर नहीं गए

एक सप्ताह बाद पूर्वोत्तर अफगानिस्तान में महिलाओं द्वारा संचालित एक रेडियो स्टेशन ने अपना प्रसारण फिर से शुरू कर दिया है।
अफगानिस्तान में महिलाओं पर प्रतिबंध के विरोध में 3,300 कर्मचारी दूसरे दिन भी काम पर नहीं गए
अफगानिस्तान में महिलाओं पर प्रतिबंध के विरोध में 3,300 कर्मचारी दूसरे दिन भी काम पर नहीं गए

संयुक्त राष्ट्र, एजेंसी। अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र की महिला कर्मचारियों को काम न करने की इजाजत के विरोध में 3,330 अफगान पुरुष व महिलाएं दूसरे दिन भी काम पर नहीं गए और घर पर ही रहे। यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र ने दी। तालिबान पर फैसला वापस लेने के लिए दबाव बनाने के तहत किया गया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने तालिबान की कार्रवाई पर एक आपात बैठक की और प्रतिबंध को हटाने का आह्वान किया।

सभी कर्मचारियों की है जरूरत

संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने यूएन के इस आग्रह को दोहराया कि लाखों लोगों को जीवन रक्षक सहायता पहुंचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के सभी कर्मचारियों की आवश्यकता है और उन्होंने फिर से जोर देकर कहा कि अफगान महिलाओं को पुरुषों द्वारा प्रतिस्थापित नहीं किया जाएगा।

एक हफ्ते के लिए बंद हुआ था रेडिया स्टेशन फिर हुआ शुरू

एक सप्ताह बाद पूर्वोत्तर अफगानिस्तान में महिलाओं द्वारा संचालित एक रेडियो स्टेशन ने अपना प्रसारण फिर से शुरू कर दिया है। तालिबान के एक अधिकारी और स्टेशन के प्रमुख ने शुक्रवार को कहा कि रमजान माह के दौरान संगीत बजाने के लिए अधिकारियों द्वारा इसे एक सप्ताह के लिए बंद करने को कहा गया था। उधर, तालिबान की कट्टरपंथी राजनीति के कारण सरकारी नौकरियां गंवाने वाली कई अफगान महिलाओं ने अब अपना कारोबार शुरू कर दिया है। इन पर परिवारक को चलाने की जिम्मेदारी थी।

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