Rajasthan Elections: BJP ने राजस्थान चुनाव से पहले कांग्रेस को दिया बड़ा झटका, दिग्गज नेता की पोती ने थामा कमल

Rajasthan assembly Elections: राजस्थान में विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। पूर्व लोकसभा सांसद ज्योति मिर्धा और सवाई सिंह चौधरी भाजपा में शामिल हो गए हैं।
ज्योति मिर्धा
ज्योति मिर्धा

नई दिल्ली, हि.स.। राजस्थान में विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। पूर्व लोकसभा सांसद ज्योति मिर्धा और सवाई सिंह चौधरी भाजपा में शामिल हो गए हैं। सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह, भाजपा राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी, और राजस्थान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी की मौजूदगी में पार्टी के दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मुख्यालय में ज्योति मिर्धा और सवाई सिंह चौधरी ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।

राजस्थान में दिख रही परिवर्तन की लहर

इस मौके पर दोनों सदस्यों का पार्टी में स्वागत करते हुए राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि राजस्थान में परिवर्तन की लहर साफ देखी जा रही है। वहां महिलाएं बिलकुल सुरक्षित नहीं है, हर दिन राजस्थान में महिलाओं के साथ अपराध हो रहे हैं। पिछले दिनों कांग्रेस के करीब 40 नेता भाजपा में शामिल हुए हैं। राजस्थान की यह स्थिति साफ बताती है कि वहां जनता परिवर्तन चाहती है।

कौन हैं ज्योति मिर्धा?

उल्लेखनीय है कि ज्योति मिर्धा राजस्थान कांग्रेस के दिग्गज जाट नेता रहे नाथूराम मिर्धा की पोती हैं और 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर नागौर सीट से चुनाव जीत कर वह सांसद भी रह चुकी हैं। सवाई सिंह चौधरी रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी और कांग्रेस के पूर्व विधायक के पुत्र हैं।

कांग्रेस ने लगाया 'जल जीवन योजना' में 13,000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप

इधर, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि जम्मू-कश्मीर में ''जल जीवन योजना'' के तहत 13,000 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सोमवार के पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में जल जीवन योजना में हुए घोटाले पर एलजी मनोज सिन्हा और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से सवाल पूछा जाना चाहिए लेकिन एक आईएएस अधिकारी को सरकार गलत तरीके से इस मसले में फंसा रही है। खेडा ने कहा कि अशोक परमार नाम के आईएएस अफसर ने इस गबन को उजागर किया, जिसका खमियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है। खेड़ा ने कहा कि जो अधिकारी जम्मू-कश्मीर में ''जल जीवन योजना'' के भ्रष्टाचार में शामिल हैं, उन्हें प्रमोशन दिया जाता है और जो इसकी जानकारी सार्वजनिक करते हैं, उन्हें प्रताड़ित किया जाता है।

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