कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव के नतीजे आ गये हैं और मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस पार्टी के नए अध्यक्ष बन चुके हैं।पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे को 7897 वोट मिले,तो वहीं शशि थरूर को करीब 1000 वोट मिले।वहीं 416 वोट अमान्य करार दिए गए,क्योंकि इन प्रतिनिधियों ने बैलेट पेपर पर नाम लिख दिया था या साइन कर दिया था। मल्लिकार्जुन खड़गे ऐसे दूसरे कांग्रेस अध्यक्ष हैं जो दलित समुदाय से आते. खड़गे से पहले जगजीवन राम ऐसे कांग्रेस अध्यक्ष थे जो दलित समुदाय से आते थे।
मल्लिकार्जुन खड़गे का जन्म 21 जुलाई 1942 को आज कर्नाटक के बीदर जिले के वरवत्ती गांव में हुआ था।जब वह केवल 7 बर्ष के थे तब साम्प्रादियक दंगों में उनकी मां की मौत हो गई थी और परिवार के सदस्यों को भी खोना पड़ा था।
दंगों की वजह से खड़गे को अपना घर तक छोड़ना पड़ा था। परिवार को पड़ोसी कलबुर्गी (अब गुलबर्गा) जिले में आना पड़ा।
उनकी प्रारम्भिक शिक्षा गुलबर्गा के नूतन विद्यालय से हुई थी और गुलबर्गा के सरकारी कॉलेज से उन्होने स्नातक की डिग्री प्राप्त की। उसके बाद उन्होंने गुलबर्गा के सेठ शंकरलाल लाहोटी लॉ कॉलेज से वकालत की पढ़ाई की ।
उन्होंने जस्टिस शिवराज पाटिल के कार्यालय में एक जूनियर के रूप में अपने वकालत का अभ्यास शुरू किया और इन्होने अपने कानूनी करियर की शुरुआत में श्रमिक संघों के लिए मुकदमे भी लड़े।
खड़गे ने अपना राजनीतिक जीवन छात्र संघ के नेता के रुप में शुरू किया था ,सरकारी कॉलेज गुलबर्ग में उन्हें पहली बार छात्रसंघ के महासचिव के रूप में चुना गया था।मल्लिकार्जुन खड़गे राजनीति में आने से पहले वकालत के पेशे में थे । खड़गे संयुक्त मजदूर संघ के नेता भी थे कई आंदोलनों का नेतृत्व भी किया था।साल 1969 में इन्होने कांग्रेस का दामन थाम लिया और गुलबर्गा सिटी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने,।कांग्रेस में आने से पहले खड़गे रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (RPI) में थे। खड़गे ने पहली बार 1972 में विधानसभा चुनाव लड़ा था,तबसे मल्लिकार्जुन खड़गे लगातार नौ बार कर्नाटक विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं।साल 2009 में खड़गे गुलबर्गा संसदीय क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव जीतकर अपना लगातार दसवां चुनाव जीता था, साल 2014 में मोदी लहर में जब बड़े-बड़े नेता चुनाव हार रहे थे, तब भी खड़गे ने जीत का परचम लहराया था। हालांकि,2019 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।इसके बाद खड़गे जून 2020 में कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य चुने गए, फरवरी 2021 में खड़गे को राज्यसभा में विपक्ष का नेता बनाया गया।अब उन्होने कांग्रेस अध्यक्ष पद के साथ नयी पारी की शुरुआत की है।