गैंगस्टर-नेता मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत, 2005 से जेल में था, परिवार का आरोप- जेल में जहर दिया गया

मुख्तार अंसारी बांदा जेल में था। पांच बार विधायक रहे अंसारी की जेल में तबीयत बिगड़ने के बाद उसे टिंडवाड़ा के मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
Mukhtar Ansari
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नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। गैंगस्टर-राजनेता मुख्तार अंसारी की मौत हो गई है। पांच बार विधायक रहा अंसारी साल 2005 से जेल में बंद था। अभी 13 मार्च को ही वाराणसी के एमपी-एमएलए कोर्ट ने फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में अंसारी को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई थी। वो बांदा जेल में बंद था। तबीयत बिगड़ने के बाद 26 मार्च को उसे टिंडवाड़ा स्थित रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जहां 28 मार्च को हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई।

इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि मुख्तार अंसारी को यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन हुआ था और उसे अस्पताल के ICU में रखा गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टर सर्जरी करने पर विचार कर रहे थे।

परिवार ने लगाया जहर देने का आरोप

मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने दावा किया है कि उनके पिता को जेल में धीमा जहर दिया जा रहा था। उन्होंने कहा, "दो दिन पहले मैं उनसे मिलने गया, पर मुझे मिलने नहीं दिया गया। हमने पहले भी कहा था और अभी भी कह रहे हैं कि उन्हें धीमा जहर दिया जा रहा था। 19 मार्च को उन्हें रात के खाने में जहर दिया गया था। हम इस मामले में कोर्ट जाएंगे, हमें न्यायिक प्रक्रिया पर पूरा भरोसा।" उमर अंसारी ने बताया कि पोस्ट मॉर्टम के बाद शव उन्हें दे दिया जाएगा, जिसके बाद वो सुपुर्द-ए-खाक करेंगे।

इससे पहले मुख्तार अंसारी ने भी जेल में जान के खतरे की आशंका जताई थी। अंसारी ने बाराबंकी कोर्ट को बताया था कि उसकी सेहत बिगड़ रही है। उसने आरोप लगाया था कि उसे जेल में खाने में जहर डालकर दिया जा रहा है। अंसारी ने 21 मार्च को अपने आवेदन में लिखा था कि 19 मार्च को उसे लगा कि उसके खाने में कुछ मिलाया जा रहा है, क्योंकि उसके बाद उसकी नसों में दर्द होने लगा था। अंसारी ने लिखा था कि बाद में दर्द उसके पूरे शरीर में पैल गया था। अंसारी ने अपनी चिट्ठी में ये भी लिखा था कि करीब 40 दिन पहले भी उसे खाने में किसी तरह का धीमा जहर दिया गया था। ये भी दावा किया गया था कि खाना बनाने वाले जेल कर्मियों ने जब वो खाना खाया, तो वो भी बीमार पड़ गए थे।

किस मामले में सज़ा झेल रहा था मुख्तार अंसारी

मुख्तार अंसारी के खिलाफ दिल्ली, यूपी और पंजाब के कई थानों में मामले दर्ज हैं। मुख्तार अंसारी पर हथियारों का फर्जी लाइसेंस जारी करने और मारपीट से जुड़े कई आरोप लगे थे। अभी मुख्तार अंसारी जिस मामले में सज़ा झेल रहा था वो 1987 का है। इसमें एक शख्स को फर्जी हस्ताक्षर के साथ लाइसेंस जारी कर दिया गया था। जांच के बाद CBCID ने दिसंबर, 1990 में मामला दर्ज किया था। इसमें मुख्तार अंसारी को मुख्य आरोपी बनाया गया था। 13 मार्च को कोर्ट ने अंसारी को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई थी।

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