चंद्रयान-3 की लैंडिंग के साथ ही भारत अंतरिक्ष विज्ञान की दुनिया में इतिहास रच देगा। अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश होगा।