रफ्तार डेस्क - नैशनल (दिल्ली) - 1st September 2023 - धान की बुआई का रकबा 398.08 लाख हेक्टेयर रहा| श्री अन्न/मोटे अनाज की बुआई 181.06 लाख हेक्टेयर में की गई| गन्ने की बुआई 59.91 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में की गई| खरीफ फसल की बुआई का रकबा 1077.82 लाख हेक्टेयर से अधिक हुआ
इस वर्ष की कृषि बुआई के आंकड़ों से प्रतिफलित होते हुए, हम देख सकते हैं कि भारत अपने कृषि क्षेत्र में न केवल अपनी आवश्यकताओं को पूरा कर रहा है, बल्कि विदेशों में भी अपनी अपनी योगदान दे रहा है। धान, श्री अन्न, गन्ना और खरीफ फसल के उत्पादन के आंकड़े से प्रमुख खरिदार देशों में हमारी उपस्थिति मजबूत है।
भारत अपने कृषि उत्पादों की विदेशों में निर्यात को बढ़ाने में निष्क्रिय नहीं बैठा है। खेती और उसके उत्पादों की विदेशों में मांग में वृद्धि दर्ज की गई है, और इसमें यूक्रेन युद्ध के बाद की वृद्धि का महत्वपूर्ण योगदान है। इसके बावजूद, हम यह नहीं भूल सकते हैं कि भारत अपने कृषि उत्पादों के निर्यात में और भी बड़ी उन्नति कर सकता है, जिससे हमारे किसानों को और भी अच्छी विदेशों के बाजार में पहुँच मिल सके।
इसके साथ ही, हमें खुशी है कि देश के कृषि उत्पादों की विदेशों में चुनौती पेश कर रहे हैं, और हम आशा करते हैं कि हम अपने उत्पादों के साथी देशों के साथ और बेहतर व्यापार संबंध बना सकेंगे, जिससे हमारे किसानों को और बड़ा विकास दिखाई देगा।
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