चंद्रयान-3 मिशन के तरह ही आदित्य एल-1 मिशन भी लॉन्च के बाद सबसे पहले पृथ्वी की कक्षा में चक्कर लगाते हुए 15 लाख किलोमीटर का सफर तय करके सूर्य के एल वन प्वाइंट पर पहुंचेगा।