चांद से बस चंद कदम दूर भारत, जाने दक्षिणी ध्रुव पर ही क्यों भेजा गया मिशन? चांद पर क्या करेगा चंद्रयान-3

Chandrayaan 3 Landing: चंद्रयान-3 आज चांद पर पहुंचेगा। इस दौरान चांद पर लैंडर 'विक्रम' और रोवर 'प्रज्ञान' भूकंप की स्टडी, सतह पर गर्मी का अध्ययन, पानी की खोज, खनिज की जानकारी और मिट्टी की स्टडी करेगा।
Chandrayaan 3
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नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। ISRO आज 41 दिनों बाद अपने महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रायान-3 के द्वारा पूरी दुनिया के समने चांद पर भारत का तिरंगा फहराने जा रहा है। इस समय पूरी दुनिया की नजर भारत के चंद्रयान-3 मिशन पर टिकी है। चंद्रयान-3 आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा के साउथ पोल कर लैंड करेगा। इस मिशन के सॉफ्ट लैंडिंग के बाद ISRO चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करने वाला पहला देश बन जाएगा। इस मिशन से पूरी दुनिया के समने हमारे देश की प्रतिष्ठा और एशियाई देशों में भारत के उभरते अंतरिक्ष उद्योग का नया रूप देखने को मिलने वाला है। मिशन चंद्रयान 3 विज्ञान के क्षेत्र में भारत की बढ़ती ताकत की एक नुमाइश है। और इस नुमाइश को सफल बनाने के लिए सभी देशवासियों ने मंदिर से लेकर दरगाहों तक कामना की है। साल 2019 में आखिरी 15 मिनट में ही भारत के चंद्रयान 2 को झटका लगा था ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि चंद्रयान 3 इस बार 15 मिनट्स ऑफ टेरर को पार कर नया इतिहास लिख देगा।

दक्षिणी ध्रुव पर ही मिशन क्यों भेजा गया?

चंद्रमा के पोलर रीजन दूसरे रीजन्स से काफी अलग हैं। यहां कई हिस्से ऐसे हैं जहां सूरज की रोशनी कभी नहीं पहुंचती और तापमान -200 डिग्री सेल्सियस से नीचे तक चला जाता है। ऐसे में वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यहां बर्फ के फॉर्म में अभी भी पानी मौजूद हो सकता है। भारत के 2008 के चंद्रयान-1 मिशन ने चंद्रमा की सतह पर पानी की मौजूदगी का संकेत दिया था। ऐसे में हम इस मिशन से चंद्रमा की सतह पर पानी की खोज में सफल हो सकते है।

क्या करेंगा चंद्रयान-3?

चंद्रयान-3 आज चांद पर पहुंचेगा। चंद्रयान-3 मिशन 14 दिन तक चांद पर एक्टिव रहेगा। इस दौरान चांद पर लैंडर 'विक्रम' और रोवर 'प्रज्ञान' भूकंप की स्टडी, सतह पर गर्मी का अध्ययन, पानी की खोज, खनिज की जानकारी और मिट्टी की स्टडी करेगा। चांद पर लैंडर मॉड्यूल की सॉफ्ट लैंडिंग के बाद लैंडर विक्रम से रोवर प्रज्ञान से बाहर निकाल कर विक्रम लैंडर प्रज्ञान की फोटो खींचेगा और प्रज्ञान विक्रम की। इन फोटोज को पृथ्वी पर सेंड किया जाएगा। रोवर इसरो के लिए चांद पर कई तरह के वैज्ञानिक परीक्षण करेगा, इससे चांद पर मौजूद कई गहरे राज भी खुल सकते हैं।

इससे पहले चंद्रमा पर इन देशो ने की लैंडिंग

चंद्रयान-3 के चांद पर सफल लैंडिंग के बाद भारत चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन जाएगा। इससे पहले चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाले देशो में अमेरिका, रूस और चीन का नाम शामिल है।

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