
नई दिल्ली, हि.स.। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि सत्ता पक्ष संसद में मणिपुर मुद्दे पर चर्चा से भाग रही है जबकि विपक्ष मामले पर हर हाल में चर्चा चाहता है। इसके लिए साझा प्रयास जारी है।
नियम167 के तहत चर्चा को लेकर बनी सहमति
रमेश ने ट्वीट कर कहा कि कल विपक्षी दलों के संगठन (इंडिया) ने सरकार के साथ बैठकर मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए बातचीत की और नियम 167 के तहत चर्चा को लेकर सहमति भी बनी। विपक्षी सांसदों का कहना था कि राज्यसभा में मणिपुर मुद्दे पर तुरंत चर्चा शुरू कराई जाए। इसके बावजूद सत्ता पक्ष के रवैये को देखकर लगता है कि वह इस मुद्दे पर संवाद करना ही नहीं चाहता है।
बातचीत के बाद वास्तव में चर्चा होनी चाहिए
रमेश ने कहा कि एक ओर तो मोदी सरकार नियम 167 के तहत चर्चा को लेकर सहमति दिखाती है और दूसरी और चर्चा तुरंत शुरू कराने की बजाय 11 अगस्त को चर्चा का समय तय करवाना चाहती। रमेश ने कहा कि विपक्ष का मत है कि मामले पर गतिरोध खत्म कर चर्चा हो लेकिन सत्ता पक्ष के इरादे कुछ और ही हैं। उन्होंने कहा कि कल की बातचीत के बाद वास्तव में चर्चा आज होनी चाहिए थी, जिसके लिए इंडिया पक्ष तैयार है। यदि आज नहीं तो जल्द से जल्द सोमवार या मंगलवार को चर्चा होनी ही चाहिए।
विपक्ष ने देश की जनता को भ्रमित करने का किया काम
केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली विधेयक पर विपक्षी दल अपना रुख सामने नहीं रख सके। साफ है कि अब तक विपक्ष ने देश की जनता को भ्रमित करने का काम किया है। विपक्ष के सुरताल अलग होने के कारण संसद के 15 दिन बर्बाद हुए हैं। दिल्ली विधेयक पर एकजुट होकर संसद में आए लेकिन मणिपुर पर चर्चा करने में विपक्ष को रुचि नहीं है।
मणिपुर पर होगी चर्चा
शुक्रवार को संसद के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि विपक्ष ने संसद का समय बर्बाद किया है। देश का पैसा बर्बाद किया है। पहले दिन से तय था कि मणिपुर पर चर्चा होगी। इसके बावजूद विपक्ष क्यों भाग रहा है? ऐसा इसलिए है, क्योंकि विपक्ष के पास कोई तर्क या तथ्य नहीं है।