आप सांसद राघव चड्ढा राज्यसभा से किए गए निलंबित, संजय सिंह का भी बढ़ा सस्पेंशन; जानिए पूरा मामला

आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा को शुक्रवार को ‘विशेषाधिकार के उल्लंघन’ के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया।
आप सांसद राघव चड्ढा राज्यसभा से किए गए निलंबित
आप सांसद राघव चड्ढा राज्यसभा से किए गए निलंबित

नई दिल्ली, हि.स/ रफ्तार न्यूज डेस्क। आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा को शुक्रवार को ‘विशेषाधिकार के उल्लंघन’ के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया। इसके अलावा, आप पार्टी निलंबित दूसरे सांसद संजय सिंह की मुश्किलें भी कम नहीं हुई हैं। उनका निलंबन भी बढ़ा दिया गया है। आप के दोनों सांसदों को विशेषाधिकार समिति की जांच होने तक निलबंन कर किया गया है।

अनुमति के बिना प्रस्ताव में नाम जोड़ा

चार सांसदों की शिकायत के बाद यह कदम उठाया गया है। सांसदों ने सभापति को शिकायत में कहा था कि आप सांसद राघव चड्ढा ने उनकी अनुमति के बिना प्रस्ताव में नाम जोड़ा था।राघव चड्ढा के खिलाफ अब सदन की विशेषाधिकार समिति जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट व सिफारिश देगी। इसके आने तक राघव चड्ढा सदन से निलंबित रहेंगे।

सदस्यों ने इस पर जताई थी आपत्ति

उल्लेखनीय है कि राज्यसभा में दिल्ली सर्विस बिल से जुड़ी विधाई प्रक्रिया के दौरान राघव चड्ढा की ओर से एक प्रस्ताव लाया गया था। इसमें प्रस्ताव प्रवर समिति में नाम जोड़े जाने संबंधित है। इसमें 4 सदस्यों का उनकी अनुमति के नाम बिना नाम जोड़ा गया था। इन सदस्यों ने इस पर आपत्ति जताई थी और कहा था कि प्रस्ताव में उनके हस्ताक्षर नहीं है।

संजय सिंह को क्यों किया गया निलंबित

आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने संसद के पूरे मॉनसून सत्र से निलंबित किया कर रखा है। राज्यसभा की तरफ से इस संबंध में कहा गया है कि विशेषाधिकार समिति की जांच पूरी होने तक संजय सिंह भी राज्यसभा से निलंबित रहेंगे। बता दें कि राज्यसभा सांसद पीयूष गोयल ने संजय सिंह को सस्पेंड करने का प्रस्ताव पेश दिया था। इसे ध्वनिमत से पास किया गया था। आप सांसद संजय सिंह को 'अमर्यादित व्यवहार' के कारण निलंबित किया गया है। दरअसल, विपक्ष मणिपुर की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की मांग पर अड़ा था। तब सभापति धनखड़ ने कहा कि इस पर प्रश्न काल में चर्चा की जाएगी। हालांकि, प्रश्नकाल कुछ ही देर तक चला और इसके बाद संजय सिंह सभापति की कुर्सी के पास पहुंच गए। सभापति ने उन्हें वापस जाने को कहा, लेकिन वो नहीं माने।

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