नई दिल्ली, रफ्तार न्यूज डेस्क। तुर्की और सीरीया में आए भूकंप के बाद राहत बचाव कार्य चल रहा है। ऑस्ट्रिया की सेना भी रेस्क्यू अभियान चला रही है। अभी के लिए ऑस्ट्रिया की सेना को बेस कैंप में रुकने के लिए कहा गया है। कुछ दूसरे संगठन के साथ टीम वहां पर मौजूद है। अभी इस समय उनकी तरफ से कोई रेस्क्यू नहीं किया जा रहा है। इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है।
राहत व बचाव कार्य जारी
बारिश और बर्फबारी के बीच धीमी गति से चल रहे राहत और बचाव कार्य के दौरान मलबे के ढेर में एक ऐसा किशोर भी मिला है जो मूत्र पीकर जिंदा रहा। बचाव दल ने उसे निकालकर अस्पताल भेजा है। किशोर अदनान मुहम्मद कोरकुट भूकंप के केंद्र बिंदु रहे गाजियनटेप शहर के नजदीकी इलाके में मिला है। गाजियनटेप के आसपास करीब डेढ़ करोड़ लोगों की आबादी भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है। यहां शायद ही कोई मकान या बड़ा भवन क्षतिग्रस्त होने से बचा हो। बीतते समय के साथ लोगों के जिंदा मिलने की संभावना क्षीण होती जा रही है। भारत सहित कई देश और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां राहत और बचाव के कार्य में जुटी हैं।
मलबे में मिला चार दिनों से फंसा दस दिन का बच्चा और उसकी मां
मलबे में किसी के जिंदा बचने की उम्मीद छोड़ चुके बचाव दल के लिए यह अनुभव खुश कर देने वाला रहा। बचाव दल के प्रमुख स्टीवन बायर ने बताया कि जीनेप काहरामन (40) कंक्रीट के एक ब्लाक के नीचे जिंदा मिलीं। उन्हें नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसी तरह बुरी तरह से क्षतिग्रस्त एक घर में चार दिनों से फंसा दस दिन का बच्चा और उसकी मां शुक्रवार को सुरक्षित निकाली गईं। लोगों ने उन्हें देखकर इसे ईश्वर का चमत्कार कहा।