नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। ताइवान में 22 अप्रैल की शाम 5 बजे से देर रात 12 बजे तक 80 से ज्यादा भूकंप के झटके महसूस किए गए। इनमें सबसे ज्यादा 6.3 तीव्रता का भूकंप रहा, जो भारतीय समय के मुताबिक रात करीब 12 बजे आया। मौसम विभाग के अनुसार भूकंप का केंद्र पूर्वी काउंटी हुलिएन में धरती से 5.5 किलोमीटर नीचे था।
जापान, चीन और फिलिपींस तक महसूस हुए झटके
भूकंप के कारण राजधानी ताइपे में कई इमारतें झुक गईं हैं। जापान, चीन और फिलिपींस में भी हल्के झटके महसूस किये गए। फिलहाल किसी नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई है।
इससे पहले इसी माह 3 अप्रैल को ताइवान में 7.2 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें करीब 14 लोगों की मौत हो गई थी। तब से अब तक ताइवान में सैकड़ों झटके महसूस किए हैं। फायर डिपार्टमेंट ने बताया कि काउंटी हुलिएन में 3 अप्रैल को आए भूंकप में क्षतिग्रस्त हुआ होटल ताजा झटकों के कारण थोड़ा और झुक गया है।
भूकंप प्रभावित देश है ताइवान
ताइवान दो टेक्टोनिक प्लेटों के जंक्शन पर बसा देश है, जो भूकंप के लिहाज से सेंसिटिव माना जाता है। 2016 में दक्षिणी ताइवान में आए भूकंप में 100 से अधिक लोग मारे गए थे। इससे पहले 1999 में 7.3 तीव्रता के भूकंप में 2,000 से अधिक लोग मारे गए थे।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
ताइवान के सेंट्रल वेदर एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा कि 22 अप्रैल की शाम से शुरू होने वाले भूकंपों का सिलसिला रात तक जारी रहा। जिसकी तीव्रता लगभग 180 आंकी गई। भूकंप विज्ञान केंद्र के निदेशक वू चिएन-फू ने संवाददाताओं से कहा कि झटके ऊर्जा का सेंटर थे और इससे अधिक की उम्मीद की जा सकती है। हालांकि ये झटके इतने मजबूत नहीं थे। उन्होंने कहा, इस सप्ताह पूरे ताइवान में भारी बारिश की आशंंका है। हुलिएन शहर में लोगों को आगे के इस तरह के प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए तैयार रहने की जरूरत है।
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