PM मोदी के अमेरिकी दौरे से पहले धार्मिक आजादी रिपोर्ट में USA की भारत को नसीहत

भारत में धार्मिक आधार पर अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने के जिक्र के अलावा आरआरएस प्रमुख मोहन भागवत का भी उल्लेख किया गया।
धार्मिक आजादी रिपोर्ट में USA की भारत को नसीहत
धार्मिक आजादी रिपोर्ट में USA की भारत को नसीहत

नई दिल्ली, रफ्तार न्यूज डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने जून में अमेरिका के दौरे पर जा रहे हैं। पीएम मोदी यहां पर राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात करने के साथ-साथ भारत-अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंधों के बारे में विस्तृत चर्चा करेंगे। पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे से एक महीने पहले अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय धार्मिक आजादी रिपोर्ट 2022 पेश की है। इस रिपोर्ट में भारत सहित चीन और रूस के अलावा कई देशों की धार्मिक आजादी की स्थिति पर चर्चा की गई है।

रिपोर्ट में भारत पर बोला हमला

अमेरिकी विदेश मंत्रालय हर साल अंतरराष्ट्रीय धार्मिक आजादी से जुड़ी रिपोर्ट जारी करता है। जिसमें 200 देशों में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति पर अध्ययन किया जाता है। इस रिपोर्ट में मध्य प्रदेश के खरगोन में भारतीय मुस्लिमों के घर पर हुए हमलों जिक्र किया गया। साथ ही मुस्लिमों के घरों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की निंदा की गई।

रिपोर्ट में अल्पसंख्यकों पर हमलों का उल्लेख

अंतरराष्ट्रीय धार्मिक आजादी पर अमेरिका की इस रिपोर्ट में भारत में अल्पसंख्यकों पर हुए हमले का उल्लेख किया गया। इसमें कहा कि इस वर्ष के दौरान भारत से कई राज्यों में अल्पसंख्यकों के खिलाफ धार्मिक हिंसा की घटनाएं सामने आईं, जिसमें गुजरात में सादी वर्दी में पुलिस वालों ने राम नवमी पर हिंदू उपासक पर हमला करने के चार आरोपियों को सार्वजनिक रूप से पीटा गया। साथ ही मध्य पद्रेश के खरगोन में सांप्रदायिक हिंसा के बाद सरकार के आदेश पर मुस्लिमों के घर और दुकानों पर बुलडोजर चलाए गए।

आरआरएस प्रमुख मोहन भागवत का भी किया जिक्र

भारत में धार्मिक आधार पर अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने के जिक्र के अलावा आरआरएस प्रमुख मोहन भागवत का भी उल्लेख किया गया। रिपोर्ट में कहा गया कि 2022 में सितंबर के महीने में मोहन भागवत ने हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच सद्भावना को बढ़ाने के लिए पहल की। इसके लिए उन्होंने मुस्लिमों के पांच प्रमुख सदस्यों से मुलाकात की। साथ ही सार्वजनिक तौर पर कहा कि भारत में हिंदुओं और मुस्लिमों के साथ धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। इसके अलावा भागवत ने कहा कि गोकशी के नाम पर गैर-हिंदुओं की हत्या करना हिंदुत्व के खिलाफ है।

भारत में धार्मिक हिंसा को लेकर दी नसीहत

अमेरिका के अंतराष्ट्रीय धार्मिक आजादी कार्यालय के राजदूत रशद हुसैन ने कहा कि भारत में धार्मिक नेताओं द्वारा हरिद्वार शहर में मुस्लिमों के खिलाफ नफरती भाषा के इस्तेमाल की निंदा और नतीहत दी कि भारत अपनी ऐतिहासिक बहुलवाद एवं सहिष्णुता की परंपरा को बनाए रखे।

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