
नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। हार्ड-लाइन रिपब्लिकन विद्रोह प्रतिनिधि सभा में अपनी पहली प्रक्रियात्मक बाधा को दूर करने से अमेरिकी ऋण सीमा को बढ़ाने के कानून को नहीं रोक सका है।मीडिया रिपोर्ट के अनुसार महीनों तक चले संघर्ष के बाद दोनों पक्ष मंगलवार देर शाम एक समझौते पर पहुंचे है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने हाल ही में "ऋण सीमा" के बारे में कहा कि इस मुद्दे पर डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन सांसदों के बीच गतिरोध समाप्त होने वाला है।
विधेयक पारित में कोई समस्या नहीं
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार उनका मानना है कि दोनों तरफ के कुछ दलबदल के बावजूद उनके पास समय सीमा से पहले विधेयक पारित करने के लिए बहुमत हैं।
अमेरिकी कर्ज से बाजार पर दिखा असर
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार फिलहाल वित्तीय बाजार शांत दिखाई दे रहे हैं क्योंकि वैश्विक आर्थिक अराजकता की संभावना कम हो गई है।
हालांकि यह जल्दी से बदल सकता है। अगर ऋण-सीमा समझौते को मंजूरी देने के लिए बहु-चरणीय प्रक्रिया पटरी से उतर जाती है या आने वाले दिनों में अन्यथा अवरुद्ध हो जाती है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कर्ज की सीमा कांग्रेस द्वारा तय की गई खर्च की सीमा है, जो निर्धारित करती है कि सरकार कितना पैसा उधार ले सकती है। जून तक मोटे तौर पर $31.4 ट्रिलियन की मौजूदा सीमा से इसे बढ़ाने में विफलता के परिणामस्वरूप अमेरिका अपने ऋण पर चूक नहीं करना चाहिए।
यह वैश्विक अर्थव्यवस्था पर कहर बरपाने की धमकी भी देगा और अन्य देशों में कीमतों और बंधक दरों को प्रभावित करेगा। अब आपको बताते है विस्तार में पूरी कहानी..
पुराने कर्ज को देने की कोशिश
डेडलाइन पर बाइडेन के बयान के बाद जल्द ही बजट पर सहमति बन सकती है। उम्मीद है कि इस समझौते के बाद अमेरिका तय सीमा से अधिक कर्ज ले लेगा।
आपको बता दें कि अमेरिका का डिफॉल्ट अमेरिका के लिए बुरा है और दुनिया को एक और वैश्विक मंदी की आशंका बढ़ जाएगी।
कर्ज देने की सीमा 5 जून हुई
अमेरिकी ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन ने कहा कि जिस एक्स-डेट से अमेरिका के पैसे खत्म हो जाएंगे, उसे अब 1 जून के बजाय 5 जून तक बढ़ा दिया गया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इस मुद्दे की गंभीरता खत्म हो गई है।
डेट एक्स क्या है?
धन की कमी के कारण अमेरिकी सरकार की चूक की तारीख को आमतौर पर एक्स-डेट कहा जाता है। जेनेट येलेन ने साफ कर दिया है कि अगर अमेरिकी सरकार एक्स-डेट से पहले बजट समाधान नहीं निकाल पाई तो अमेरिकी जनता बड़ी मुसीबत में पड़ सकती है।
कर्ज सीमा बढ़ाना एक मात्र विकल्प
अमेरिका की कर्ज को देखते हुए कहा जा सकता है कि फिलहाल डिफॉल्ट से बचने का एकमात्र विकल्प कर्ज की सीमा बढ़ाना है।
रिपब्लिकन पार्टी के पास बहुमत
राष्ट्रीय ऋण सीमा को बढ़ाने के लिए प्रस्ताव को संयुक्त राज्य के दोनों सदनों में अनुमोदित किया जाना चाहिए। प्रस्ताव पारित करने के लिए बाइडेन की पार्टी के पास केवल एक सदन में बहुमत है। दूसरे सदन में रिपब्लिकन पार्टी के पास बहुमत है।
विपक्ष से हो रही बातचीत
हालांकि बाइडेन की पार्टी अब राजनीति से ऊपर उठकर प्रस्ताव को आगे बढ़ाने के लिए विपक्ष से लगातार बातचीत कर रही है।
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