Chinese Spy Balloon: US ने जासूसी गुब्बारे के बारे में किया खुलासा, कहा- खुफिया जानकारी नहीं कर सका था इकट्ठा

Chinese Spy Balloon: इस साल फरवरी में अमेरिका में मार गिराया गया चीनी गुब्बारा कोई खुफिया जानकारी इकट्ठा नहीं कर सका था।
Chinese Spy Balloon
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नई दिल्ली, हिन्दुस्थान समाचार।  इस साल फरवरी में अमेरिका में मार गिराया गया चीनी गुब्बारा कोई खुफिया जानकारी इकट्ठा नहीं कर सका था। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के इस दावे के बाद अमेरिका और चीन के बीच विवाद का कारण बने गुब्बारा प्रकरण के एक बार फिर गरमाने की उम्मीद है।

अमेरिकी वायुसेना ने मार गिराया चीनी जासूसी गुब्बारा

अमेरिका और चीन के बीच इसी साल फरवरी में एक जासूसी गुब्बारे को लेकर जबरदस्त तनाव पैदा हो गया था। अमेरिकी राज्य मोंटाना के आसमान में चीन के एक गुब्बारे को देखा गया था। चीन ने इसे आखिर तक मौसम की जानकारी इकट्ठा करने वाला मार्ग से भटका हुआ गुब्बारा करार दिया था। हालांकि, अमेरिकी वायुसेना ने इसे मार गिराया था। अब अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने दावा किया है जिस चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया गया, उसने कोई भी खुफिया जानकारी इकट्ठा नहीं की थी।

कोई संवेदनशील डेटा नहीं जुटाया

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने बताया कि न तो इस गुब्बारे ने कोई संवेदनशील डेटा इकट्ठा किया और न ही उसे चीन को भेजा। इस गुब्बारे में खुफिया जानकारी जुटाने की क्षमता थी, लेकिन यह अमेरिकी विशेषज्ञों का विश्लेषण है कि इस गुब्बारे ने अमेरिका के आसमान से गुजरते हुए कोई संवेदनशील डेटा नहीं जुटाया। राइडर ने कहा कि गुब्बारे के खिलाफ सख्त कदम उठाकर पेंटागन ने पहले ही ऐसी किसी कोशिश को रोक दिया था।

जासूसी गुब्बारे से अमेरिका और चीन के रिश्तों में तनाव

चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराने की घटना के बाद बीते कुछ महीनों से अमेरिका और चीन के रिश्तों में तनाव पैदा हो गया था। बीती 28 जनवरी को अमेरिका के राज्य अलास्का से एक जासूसी गुब्बारा अमेरिका के हवाई क्षेत्र में दाखिल हुआ था। इसके बाद वह अमेरिका के कई राज्यों से होकर गुजरा। इस दौरान उसने अमेरिका के कई संवेदनशील सैन्य ठिकानों के ऊपर से भी उड़ान भरी। जिसमें मोंटाना का सैन्य बेस भी शामिल है, जहां अमेरिका के परमाणु हथियार तैनात हैं। अमेरिकी सेना के अनुसार गुब्बारे का आकार तीन बसों के बराबर था। चार फरवरी को इस गुब्बारे को अमेरिका ने निशाना बनाकर अटलांटिक समुद्र में गिरा दिया था, जहां से उसके अवशेष बरामद कर लिए गए थे।

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