जयपुर,एजेंसी। पिछले चार दिनों से पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बंगले के बाहर न्याय की मांग को लेकर गुहार कर रही पुलवामा शहीदों की तीन वीरांगनाओं को गुरुवार देर रात पुलिस ने धरना स्थल से उठा दिया। पुलिस ने तीनों वीरांगनाओं को उनके घरों तक पहुंचाया है। इसके अलावा उनके साथ धरना स्थल पर बैठे उनके समर्थक व अन्य लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस सेज थाने ले गई। राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा शुक्रवार सुबह अपने समर्थकों के साथ सेज थाने पहुंचे और उन्होंने वीरांगनाओं के साथ धरना देने वालों से मुलाकात की।
वीरांगनाओं को जबरन धरने से उठवा दिया
उन्होंने कहा कि सरकार पत्थर दिल हो गई है। कल वीरांगनाओं ने मुंह में दूब लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से गुहार की थी लेकिन इससे भी वे नहीं पिघले। उस गुहार को सुनने की जगह देर रात पुलिस ने वीरांगनाओं को जबरन धरने से उठवा दिया। तीनों वीरांगनाओं का कोई अता पता नहीं है कि पुलिस उन्हें कहां ले गई है। तीनों से मेरा संपर्क नहीं हो पा रहा है और उनके साथ वालों को गिरफ्तार कर लिया है। सरकार पूरी तरह दमन पर उतर आई है, लेकिन इस तरह हम झुकेंगे नहीं। हम फिर धरना देंगे।
शहीदों के बच्चों का हक किसी दूसरे को नहीं दिया जाएगा
गौरतलब है कि सीएम अशोक गहलोत ने साफ तौर पर मना कर दिया कि शहीदों के बच्चों का हक किसी दूसरे को नहीं दिया जाएगा। सीएम के इस बयान के बाद से ही वीरांगनाओं में नाराजगी जताते हुए गुरुवार दोपहर में मुंह में दूब लेकर सीएम आवास की तरफ कूच किया, मगर पुलिस ने बेरिकेड्स लगाकर रोक दिया। उन्होंने कहा कि हम अपनी मांग को लेकर मुख्यमंत्री से मिलना चाहती हैं, मगर उन्हें मिलने नहीं दिया जा रहा है।