मध्य रेलवे अब सभी ब्रॉड गेज मार्गों पर पूरी तरह से विद्युतीकृत हो गया है, जिससे हर साल 5.204 लाख टन कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में मदद मिली है और सालाना 1670 करोड़ रुपये की बचत भी हुई है।